बरेली : विरासत वृक्ष वाटिका बनेगी लीलौर झील , वन एवम पर्यावरण मंत्री अरुण कुमार।

जनपद लीलौर झील पर्यटन स्थल पर कैबिनेट मंन्त्री धर्मपाल और वन एवं पर्यावरण मंन्त्री अरुण कुमार 78 वें स्वंतन्त्रता दिवस पर लीलौर झील पर्यटन स्थल पहुचें और उन्होने लीलौर झील पर्यटन स्थल पर आयोजन का शुभारंभ किया जिसमें कैबिनेट मंन्त्री धर्मपाल सिंह ने कहा लीलौर झील पर्यटन स्थल केवल बरेली जनपद ही नहीं उत्तर प्रदेश की एक अहम धरोहर है। आगे पशुधन मंन्त्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि लीलौर झील का एक अपने आप में इतिहास है कि बताया जाता है कि। लीलौर झील में किसी ने अपना अंग भिगोया था। तो लीलौर झील के पानी से भयानक रोग जैसी बीमारिया समाप्त होती थी। लीलौर झील पर्यटन स्थल अब 75 जिलो की विरासत संभालेगी जिसे हम विरासत वृक्ष वाटिका से जानेगें। वन एवम पर्यावरण मंन्त्री अरुण कुमार नें कहा लीलौर झील पर्यटन स्थल का एक दर्श हर कोई देखने को लालायित होता है।लीलौर झील पर्यटन स्थल विरासत वृक्ष वनेगी और कैबिनेट पशुधन मंन्त्री धर्मपाल सिंह ने वृक्षो की सिचाई के एक नलकूप लगबाये जाने को लेकर वन एवम पर्यावरण मंन्त्री अरुण कुमार से कहा तो वन एवम पर्यावरण मंन्त्री अरुण कुमार ने जल्द नलकूप लगाये जाने की बात कही है । लीलौर झील पर्यटन स्थल पर पहुंचे कैबिनेट मंन्त्री धर्मपाल सिंह और वन एवम पर्यावरण मंन्त्री अरुण कुमार ने वन चीफ विजय कुमार सिंह के वृक्षारोपण भी किया। डीएफओ दीक्षा भंडारी, एसी एफ अपूर्वा पाण्डेय, आंवला वन रेंजर शीषपाल बिष्ट, मीरगंज वन रेंजर सन्तोष कुमार, नवाबगंज वन रेंजर ऐ के मिश्रा, बहेड़ी वन रेंजर वैभव चौधरी, अवनीश गंगवार, अमित राणा, वीट प्रभारी माखनलाल, रामसरन, भाजपा नेता भानू प्रताप सिंह, वीरपाल सिंह, ग्राम प्रधान पति सुधीर लीलौर बूजूर्ग
ग्राम प्रधान सुन्दर लाल लोधी और अन्य लोग मौजूद रहे।

रिपोर्टर परशुराम वर्मा