– बरेली का जिला अस्पताल जहां पर पूरे जिले भर के गरीब जनता योगी सरकार की दवाइयों पर भरोसा करते हुए पहुंचती है वहां पर ऐसे भ्रष्ट डॉक्टर बैठे हैं जो जनता से ही नहीं सरकार से भी आंख मिचौली का खेल खुलेआम खेल रहे हैं, जिला अस्पताल में 22 नंबर कमरे में ओपीडी कर रहे डॉक्टर त्रिभुवन प्रसाद गरीब मरीजों को बाहर की दवा लाने को उत्साहित करते हैं, दवा के पर्चे के साथ एक पर्ची बना कर देते हैं और मरीज से बोलते है कि यह दवा जिला अस्पताल के सामने मेडिकल पर ही मिलेगी और मरीज से दावा लाकर दिखाने को भी बोला जाता है, मेडिकल वाला डॉक्टर साहब से पहले से ही मिला हुआ है और कहता है कितने नंबर कमरे से आए हो बस वही पर कमीशन का टाका फिट हो जाता है।
जब इसकी जानकारी हमने जिला अस्पताल के सीएमएस मेघ सिंह से लेनी चाहिए तो उन्होंने साफ तौर पर मानने से मना कर दिया। जबकि हमारे सामने जीते जागते साक्षात सबूत हैं।
बात यहीं नहीं रुकी जिला अस्पताल के डॉक्टर और वार्ड बॉय मिलकर भर्ती हुए मरीजों को इलाज करने के बजाए प्राइवेट अस्पताल जैसे बैग अस्पताल, और चंद्रकांता अस्पताल में उन्ही अस्पतालों की प्राइवेट एंबुलेंस के द्वारा पैसे लेकर शिफ्ट कर देते है, जहां मोटी रकम वसूली जाती है गरीब जनता से।