आँवला – आवासहीन उषारानी का कच्चा मकान न दिखा करके किसी अन्य उषा का बना हुआ मकान दिखा कर कर दिया जाता है अपात्र सरकार का लक्ष्य हर गरीब को छत मुहैया कराने का है लेकिन सिस्टम मे बैठे कुछ भ्रष्ट लोगों की वजह से वास्तविक पात्र लोगो को किसी भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पाता है मिलने की दशा मे बंदरवांट की शर्तें दलालों के द्वारा पात्रता सूची मे आने वाले लोगों के सामने रख दी जाती हैं चलिए आज एक ऐसे ही मामले से आज आपको रुबरु कराते हैं दरअसल मामला जनपद बरेली के व्लाक मझगंवा अन्तर्गत आने वाले ग्राम शेखूपुर खालसा का है जहां की उषा रानी पत्नी गोविंद नाम की महिला पिछले लगभग 20 वर्षों से कच्चे मकान (झोपड़ी) में रहती हैं महिला का गांव के बाहर या अन्य किसी जगह कहीं कोई और घर नहीं है वर्षों से इसी कच्चे घर मे रहकर गुजारा करती हैं शेखूपुर खालसा के पूर्व प्रधान के बेटे ओम सागर विधानसभा संयोजक भाजपा युवा मोर्चा ने बताया उन्होंने उनका आवास बनवाने की कोशिश की लेकिन अब जब संबन्धित सचिव गांव में आवास की जांच हेतु आते हैं तो नव निर्वाचित प्रधान के साथ मिलकर उक्त आवासहीन उषा की जगह किसी अन्य उषा का बना हुआ घर दिखा कर उसे अपात्र कर दिया जाता है भ्रष्ट सचिव व ग्राम प्रधान अपने निजी स्वार्थ में ऐसे अनेक लोगों के साथ और सरकार की तमाम योजनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं ऐसे ग्राम से संबंधित सचिव व ग्राम प्रधान के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए आवासहीन महिला का आवास बनवाया जाए ओम सागर भाजपा नेता ने बताया उक्त मामले की शिकायत डीपीआरओ बरेली से की है।
रिपोर्टर – परशुराम वर्मा