जीरो टॉलरेंस का दावा करने वाली योगी सरकार में अपराध चरम पर है। योगी सरकार के दावे को खुलेआम धता दिखाई जा रही है। हर्ष फायरिंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं,मगर इसके बाद भी कहीं ना कहीं हर्ष फायरिंग का मामला सामने आता ही रहता है।बीती 17 मई को करणी सेना के कार्यकर्ता पर फरीदपुर थाना क्षेत्र में महज इस बात पर गोली मार दी कि उसने हर्ष फायरिंग कर रहे व्यक्ति को हर्ष फायरिंग करते बख्त ये कहकर टोंक दिया कि आप जो फायरिंग जो वो कर रहे हैं वो गलत है। 17 मई को हुई इस घटना को लेकर पुलिस का रवैया भी सवालों के घेरे में है। लगभग 1 महीने की अंतराल के बाद थाना फरीदपुर में एफआईआर दर्ज की गई और अभी भी आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं, जिनको पुलिस का कोई खौफ नहीं है। आज करणी सेना के जिला अध्यक्ष को मामले का पता चला तो उन्होंने सबसे पहले अस्पताल में पहुंचकर अपने घायल कार्यकर्ता का हाल-चाल जाना और विवेचक से फोन पर बात की, जिस पर विवेचक ने भी इधर-उधर की बात करके आरोपियों को बचाने की कोशिश की। दरअसल मामला कुछ इस तरह है की इज्जतनगर थाना क्षेत्र के छोटी विहार निवासी हरीश कुमार एक प्रोग्राम में फरीदपुर थाना क्षेत्र के मौर्य बस्ती में गए हुए थे जहां पर एक व्यक्ति अपनी लाइसेंसी बंदूक से हर्ष फायरिंग कर रहा था, जिस पर हरीश ने उस व्यक्ति को फायरिंग करने करते वक्त टोंका और कहा कि आप जो फायरिंग कर रहे हो वो गलत है फिर क्या था फिर क्या था बेखौफ दबंग ने हरीश के सीधे अपनी लाइसेंसी बंदूक से गोली मार दी। जो हरीश कुमार के बाजू को चीरते हुए उसकी छाती में जा घुसी। जब से लेकर अब तक हरीश का अस्पताल में इलाज चल रहा है और अभी भी उसके शरीर में चलाई गई गोली के लगभग 45 छर्रे मौजूद हैं। पता चलने पर करणी सेना के जिला अध्यक्ष ठाकुर राहुल सिंह ने विवेचक नरेश कुमार से बात की जिस पर नरेश कुमार ने इधर-उधर की बात करके आरोपियों को बचाने की कोशिश की। हरीश ने बताया कि जिस व्यक्ति ने गोली चलाई थी उसके साथ तीन-चार अन्य लोग भी गोली चलाने वाले का सहयोग कर रहे थे।
हरीश ने बताया कि उसके भाई और उसे पर आरोपी पक्ष के लोग मुकदमा वापस लेने का दबाव बना रहे हैं और अभी भी खुलेआम इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने के बाद गांव में घूमते दिखाई पड़ रहे हैं जिन्हें पुलिस न जाने क्यों गिरफ्तार नहीं कर रही है।
फिलहाल इस मामले में करणी सेना के जिला अध्यक्ष ठाकुर राहुल सिंह का कहना है कि उनके कार्यकर्ता पर गोली चलाई गई है, यह किसी कीमत पर बर्दाश्त करने योग्य बात नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने विवेचक से बात की है विवेचक ने इधर-उधर की बात करके आरोपियों को बचाने की कोशिश की है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर 2 दिन के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे नहीं पहुंचाया गया तो वह थाने का घेराव करेंगे।
रिपोर्टर परशुराम वर्मा