बरेली/फरीदपुर: फरीदपुर नगर व ग्रामींण क्षेत्रों में गोशाला भी बनी हुई हैं, लेकिन इसके बाद भी प्रशासन की लापरवाही के कारण रात में भी सड़कों पर सैंकड़ों की संख्या में आवारा गोवंश घूम रहे हैं। नगर व ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकतर पशुपालक दूध निकालकर पशुओं से कर लेतें हैं। किनारा, जब गाय दूध देना बंद कर देती है तो बछड़े व गायों को नगर की गलियों में छोड़ देते हैं। ये गोवंश सड़कों पर फलों के छिलके व सड़ी-गली सब्जियां खाकर यही इधर-उधर फिरते हैं। नगर की सब्जी मंडी व अनाज मंडी में इन गोवंशों का इतना खौफ है कि लोग बेहद सावधान होकर ही सब्जी मंडी का रुख करते हैं।
वहीं रात के समय यह गोवंश बेखौफ होकर नगर के मुख्य मार्गो व कालोनियों में मुख्य रूप से घूमते हैं। यह नजारा नगर की नवीन अनाज मंडी, सब्जी मंडी, साहूकारा, मेन रोड, मोहल्ला बक्सरिया, एसडीएम कॉलोनी व स्टेशन रोड के सामने आम है ।राहगीरों व स्थानीय निवासी तो परेशान हैं ही लेकिन साथ में ये गोवंश स्वयं भी आए दिन नगर के कई हिस्सों में खुल पड़े नालों व सूखे कुओं आदि में गिरकर चोटिल होते रहते हैं। पिछले एक महीने में दर्जनों रहागीर गोवंशों से टकराकर घायल भी हो चुके हैं।
भारतीय गौ क्रांति मंच के अध्यक्ष सत्यम गौंड का कहना है कि सरकार को इसके लिए कोई ठोस कदम उठाना चाहिए ताकि गौवंश की दुर्दशा पर लगाम लग सके।
रिपोर्टर परशुराम वर्मा