मुख्य चिकित्सा अधिकारी की बड़ी लापरवाही, सीएम पोर्टल पर शिकायत के बावजूद भी नहीं हुई अस्पताल पर कोई कार्रवाई। बरेली में ऐसे बहुत सारे अस्पताल है जिन पर नहीं कर रहा है स्वास्थ्य विभाग कोई कार्यवाही।
जनपद बरेली के कस्बा अलीगंज के रहने वाले राजेंद्र मौर्य ने बरेली के नामचीन दया अस्पताल करगैना बरेली पर आरोप लगाया है की उसकी पत्नी गुड़िया को 18 एमएम की पथरी थी जिसके इलाज के लिए दया हॉस्पिटल ले गया और 18 हजार खर्चे की बात तय हो गई,₹18 हजार जमा करने के बाद डाक्टर ने न कोई टेस्ट करवाया और न कोई रिपोर्ट आई तुरंत ऑपरेशन करके पथरी निकाल दी गई जिसके बाद डॉक्टर ने कहा मैं बिल्कुल ठीक कर दूंगा तब घर भेजूंगा लेकिन 2 दिन बाद ही टांकों से मवाद आना शुरू हो गया जिससे गुड़िया की हालत खराब हो गई।
पीड़ित राजेंद्र मौर्या का कहना है बरेली के दया अस्पताल में डॉक्टरों ने मोटी रकम वसूली है मरीज भी ठीक नहीं हुआ जब मरीज की हालत ज्यादा बिगड़ी तो आनन-फानन में दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया वहां भी डॉक्टरों ने दिल्ली ले जाने की सलाह दी 1 महीने दिल्ली अस्पताल में इलाज चला जिसमें 1 लाख 75 हजार का खर्चा आया प्रार्थी गरीब व्यक्ति होने के पश्चात अशिक्षित भी है, इसीलिए अस्पताल वालों ने नाजायज फायदा उठाया और मोटी रकम वसूल ली, मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत की गई लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई आज पीड़ित राजेंद्र मौर्य ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से न्याय की गुहार लगाई । डॉ आर एन गिरी ने डॉक्टर हरपाल को जांच सौप कर पीड़ित को 1 सप्ताह में कार्रवाई का आश्वासन दिया है।