आँवला – ऐतिहासिक गुलड़िया गौरी शंकर शिव मंदिर पर के सावन पहले सोमवार को प्रातः काल से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी । जिससे शारिरिक दूरी की व्यवस्था तार-तार हो गई। 9बजते-बजते लंबी लाइन लग गई। इसकी जानकारी पुलिस को हुई तो पुलिस ने श्रद्धालुओं को डंडा लेकर दौड़ाया। और मंदिर खाली करा दिया। वही प्रसाद बेच रहे लोगों को भी पीट- पीट कर भगा दिया। इसके बाद मंदिर की चारों तरफ से बैरिकेडिंग कर सभी रास्ते बंद कर दिए गए। यह सावन का पहला सोमवार था। लोगों को उम्मीद थी कि पहले सोमवार से गौरी शंकर मंदिर गुलड़िया में जलाभिषेक होने लगेगा ,और हुआ भी वही ।सोमवार को प्रातः काल पूजा अर्चना के बाद मंदिर के पुजारी ने दरवाजे खोल दिए।दिन फैलते फैलते श्रद्धालुओं की लंबी लाइन में लग गई।इसी दौरान किसी तरह सिरौली कोतवाल को इसकी जानकारी हुई तो, वह सूचना पर मंदिर पहुंचे और जलाभिषेक कर रहे श्रद्धालुओं को डंडा लेकर दौड़ा दिया। पुलिस की सख्ती को देख श्रद्धालुओं की भीड़ तितर-बितर हो गई ।पुलिस ने मंदिर खाली करा दिया । इसके बाद गली में दुकानें सजाए बैठे प्रसाद विक्रेताओं को पुलिस ने लाठियां फटकार कर दौड़ा दिया ।पुलिस की सख्ती के चलते मंदिर में अफरा-तफरी मच गई। मंदिर खोलने वाले पुजारी को पुलिस ने खूब खरी-खोटी सुनाई और कार्रवाई की चेतावनी भी दी। बाद में पुलिस ने मंदिर के सभी दरवाजों पर बेरक़ेटिंग करा कर मंदिर के सभी रास्ते बंद कर दिए। मंदिर पर पुलिस भी तैनात कर दी गई है। “सावन का पहला सोमवार होने के कारण सैकड़ों श्रद्धालु प्रातः 4 बजे ही मंदिर पर पहुंच गए। तमाम लोगों से मना किया गया। लेकिन लोग नहीं माने। 9 बजे तक काफी भीड़ हो गई ।–अशोक कुमार शर्मा, पुजारी गुलड़िया गौरी शंकर मंदिर ” गुलड़िया गौरी शंकर मंदिर में जलाभिषेक के लिये सैकड़ों श्रद्धालु एकत्र थे। जिन्हें शासन की गाइडलाइन बताते हुए हटा दिया गया है। मंदिर के रास्ते बंद कर दिए गए हैं । मंदिर पर भीड़ किसी भी कीमत पर एकत्रित न होने की हिदायत दी गई है।—–नरेश कुमार त्यागी कोतवाल सिरौली ” शासन का स्पष्ट आदेश है, फिर भी कुछ लोगों ने निजी स्वार्थ के चलते मंदिर के दरवाजे खोल दिए। जिससे वहां भारी संख्या में श्रद्धालु ग्राम प्रधान , मंदिर व्यवस्थापक रिपोर्टर – परशुराम वर्मा