जिलाध्यक्ष की कार्रवाई से पार्टी में खलबली
बरेली/आंवला – आंवला चेयरमैन आबिद के बसपा ज्वाइन करने के बाद कई अन्य लोगों ने भी पार्टी का दामन थामा है। वहीं बसपा पार्टी के अंदर अनुशासन, पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर खासी अलर्ट है। बसपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह ने पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश सागर और फरीदपुर से विधानसभा चुनाव लड़ चुकीं शालिनी सिंह को बसपा से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
दी गई चेतावनी के बाद नहीं सुधरे थे यह नेता
बताया जाता है कि जिलाध्यक्ष की चेतावनी के बाद भी नहीं सुधरी नेताओं की कार्यशैली
बसपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह ने बताया कि बहुजन समाज पार्टी की पूर्व प्रत्याशी शालिनी सिंह ने 122 फरीदपुर विधान सभा से चुनाव लड़ा था। वहीं दूसरी तरफ बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष और पूर्व मंडल प्रभारी राजेश सागर थे। दोनों को पार्टी में अनुशासन हीनता अपनाने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने की रिपोर्ट दी गई। विभिन्न सूत्रों से छान-बीन करने के बाद दोनों को बसपा से निष्कासित कर दिया गया। जिलाध्यक्ष ने बताया कि दोनों को पार्टी विरोधी गतिविधियों के बारे में कई बार चेतावनी भी दी जा चुकी है, लेकिन इसके बावजूद भी इनकी कार्यशैली में कोई सुधार नहीं आया है।
चुनाव से पहले दोनों नेताओं के निष्कासन से हड़कंप
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बसपा के दो बड़े पदाधिकारी रह चुके नेताओं के निष्कासन से खलबली मच गई है। जिलाध्यक्ष का पत्र जैसे ही पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं तक पहुंचा तो इसकी चर्चा शुरू हो गई। बसपा जिलाध्यक्ष ने बताया कि पार्टी में अनुशासित और कैडर वाले कार्यकर्ता हैं। पार्टी में पूरी निष्ठा के साथ काम कर रहे हैं। भितरघात करने वालों और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल नेताओं और कार्यकर्ताओं की बसपा में कोई जगह नहीं है।
रिपोर्टर परशुराम वर्मा