बरेली : आँवला – सिरौली थाना क्षेत्र में कोरोना महामारी के चलते इस बार दूसरे त्यौहारों की तरह मोहर्रम भी सुना ही रह गया ना खूबसूरत ताजिए सजाए गए और ना ही अखाड़ों की फन सिपाहीगिरी देखने को मिल इतना ही नहीं ताजिए बनाने वाले कारीगर भी बेरोज़गार हो गए। सरकार ने कोरोना महामारी संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए गाइडलाइन जारी रखी है जिसके तहत पाबंदियों के साथ मोहर्रम का महीना भी बीत रहा है इस बार पल्था , केसरपुर , कल्याणपुर , शाहबाजपुर , रम्पुरा भोपतनगर , के आस-पास के गांव में जुलूस नहीं निकाला गया हर तरफ दिखा सन्नाटा पुलिस बल रहा मौजूद । गम का महीना मोहर्रम भी इसी सादगी और प्रतिबंध के साथ बीत रहा है घरों में ही मजलिस इमाम हुसैन को याद कर मोहर्रम का एहतराम बेहद सादगी से किया जा रहा है । इस बात कोरोना का संक्रमण को देखते हुए इन पर पाबंदी है किसी भी धार्मिक कार्य में पांच से ज्यादा लोगों को जुटने की इजाजत नहीं है। इसी दौरान तमाम गांव में पुलिस बल मौजूद रहा और शासन और प्रशासन ने कड़ी नजर रखी और कहीं भी किसी प्रकार की भीड़ और जुलूस नहीं निकला लोगों में अपने घर से दुआ करी कि इस महामारी से जान छूटे और अगले साल मोहर्रम का एहतराम और हर्षोल्लास से मनाया जाए ।
रिपोर्टर – परशुराम वर्मा