आंवला – योगी सरकार की लाख कोशिशों के बाद भी भ्रष्टाचार कम नहीं हो रहा है आंवला क्षेत्र के गांव पैगा की रहने वाली एक विधवा गरीब महिला राजदेवी ने जिलाधिकारी बरेली को दिये शिकायतीपत्र में आरोप लगाते हुए बताया है कि आंवला तहसील पर इस्माईलपुर का रहने वाला एक व्यक्ति एसडीएम साहब के नाम पर लोगों से दलाली कर अधिकारियों की छवि खराब कर रहा है महिला ने बताया उसको लगभग ढाई साल पहले वह व्यक्ति आंवला तहसील पर मिला था जिसने उसको किसान सम्मान निधि योजना की हर तिमाही पर दो हजार रुपए की किस्त दिलवाने के नाम पर छह सौ रुपए और खतौनी ले ली थी आरोप है कि अबतक उसके खाते में किसान सम्मान निधि के नाम से एक देहला तक नहीं आया है बीते ढाई साल से वह लगातार तहसील के चक्कर कटवा रहा है आरोप है कि रूपये बापस मांगने पर वह धमकाता है कहता है मेरी मोटरसाइकिल पर देख क्या लिखा है तुझसे लिए रूपये एसडीएम साहब को दे दिए तुझको जो करना है कर ले अगर अब रूपये मांगे तो अंजाम बुरा होगा
महिला का आरोप है कि उसको बाद में पता चला कि यह व्यक्ति तहसील में कोई सरकारी कर्मचारी नहीं बल्कि फर्जी तरीके से वहां बैठकर एसडीएम से कार्य करवाकर देने के नाम पर क्षेत्र के लोगों से अवैध धन उगाही दलाली करता है काम न होने पर लोगों के द्वारा रूपए बापस मांगने पर उनको धमकाते हुए कहता है कि एसडीएम आफिस में काम करता हूं
सूत्रों की मानें तो ये व्यक्ति लम्बे समय से आंवला तहसील पर बैठकर लोगों को अवैध उगाही का शिकार बना रहा है बीते दिनों पूर्व में जिलाधिकारी बरेली रहे शिवाकांत द्विवेदी से भी इसकी शिकायत किसी के द्वारा की गई थी तो ये व्यक्ति कुछ दिन आंवला तहसील पर नहीं गया बाद में इधर उधर छिप छिप कर तहसील पर रहता था जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी जी के ट्रांसफर के बाद पुनः सक्रिय होकर तहसील को दलाली का अड्डा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है फिल्हाल महिला ने प्रार्थनापत्र देकर उस पर कार्यवाही की मांग की है देखने योग्य होगा शासन प्रशासन की छवि खराब करने वाले पर अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं।
रिपोर्टर परशुराम वर्मा