बरेली: केंद्रीय कांग्रेस आलाकमान के निर्देश अनुसार प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व के आवाहन पर आज कांग्रेस जिला अध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी के नेर्तत्व में आज ज़िला कांग्रेस के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी बरेली के द्वारा महामहिम राष्ट्रपति महोदय को एक ज्ञापन प्रेषित किया।
कांग्रेस जिला अध्यक्ष मिर्जा अशफाक सकलैनी ने ज्ञापन के माध्यम से प्रमुख मांगे रखी।
ज्ञापन में कहा गया की कोविड19 ने लगभग हर भारतीय परिवार को अप्रत्याशित तबाही और असीम पीड़ा दी है।दुख की बात है। कि केंद्र सरकार ने कोरोना से लड़ने की अपनी जिम्मेदारी से पल्ला जाड़ लिया है ।और लोगो को उनके हाल में छोड़ दिया है। सच्चाई ये है, कि केंद्र की बी जे पी सरकार कोविड19 के आपराधिक कुप्रबंधन की दोषी है।
उग्र कोविड19 महामारी के बीच वैक्सीनेशन ही एक मात्र सुरक्षा है।मोदी सरकार ने वैक्सीनेशन की रणनीति बनाने में भारी भूल की है।
केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन की योजना बनाने का अपना कर्तव्य ही भुला दिया है।बी जे पी सरकार निंदनीय रूप से वैक्सीनेशन की खरीद से बेखबर है ।
जहां अन्य देशों में मई2020 से वैक्सीनेशन खरीदने के आर्डर देना शुरु कर दिया था, बी जे पी सरकार इसमें विफल रही।
सरकार ने पहला आर्डर जनवरी2021 मेंजाकर दिया।जन पटल पर मौजुद जानकारी के अनुसार केंद्र, सरकार पोसिटिव सरकारों ने ने140 करोड़ की जनसंख्या के लिएआज तक केवल 39 करोड़ वैक्सीनेशन खुराकों का आर्डर दिया।
भारत सरकार के अनुसार31 मई 2021तक केवल21.31करोड़ वैक्सीनेशन ही लगाई गई, लेकिन वैक्सीनेशन की दोनों खुराके केवल4.45करोड़ भारतीयों को ही मिली है ।जो भारत की आबादी का केवल 3.17 प्रतिशत है।पिछले,134 दिनों में वैक्सीनेशन की औसत गति लगभग16 लाख खुराक प्रतिदिन है।इस गति से देश देश की पूरी वयस्क जनसंख्या को वैक्सीनेशन लगाने में तीन साल लग जाएंगे, यदि ऐसे ही चलता रहा तो देश के नागरिकों को कोरोना की तीसरी लहर से कैसे बचा पाएंगे, इस सवाल का जवाब तो केंद्र सरकार को ही देना होगा।
केंद्र सरकार द्वारा वैक्सीनेशन के लिए अलग अलग कीमते लोगों की पीड़ा से मुनाफाखोरो का एक उदाहरण है ।
सीरम इंस्टीट्यूट को कोविशिल्ड कि एक खुराक की कीमत केंद सरकार के लिए 150 रू और राज्य सरकारों के लिए 300 रु, और निजी अस्पतालों के लिए 600 रु है।भारत बायोटिक की को वैक्सिन की एक खुराक के लिए केंद्र सरकार के लिए150 रु और राज्य सरकार के लिये 600 रु और निनी अस्पतालो के लिये 1200 रु है।निजी अस्पताल के लिये 1500 रु तक वसूल रहे है।एक ही तरह की वैक्सीनेशन के लिए अलग अलग कीमते रखना भ्रस्टाचार की निशानी है ।
आज जरूरत है, कि केंद्र सरकार वैक्सीन खरीदे और राज्यों एवं निजी अस्पतालों को निशुल्क वितरित करे।
साथ ही31 दिसम्बर2021 तक या उससे पहले18 साल से अधिक आयु की पूरी वयस्क जनता को वैक्सीन लगाने का काम पूरा करे ,ताकि भारत के नागरिकों का बचाव किया जा सके।इसका एक ही मात्र उपाय है। कि एक दिन में काम से कम एक करोड़ लोगो को को वैक्सीन लगाई जाए।
इसलिये महामहिम राष्ट्रपति महोदय से निवदन है, केंद्र सरकार को निर्देश दे, कि जितना जल्दी हो सके वैक्सीन का कार्य पूरा करे।
आज ज्ञापन देने वालो में मुख्य रूप से कांग्रेस जन शामील रहे।
प्रवक्ता राज शर्मा, चेयरमैन इल्यासी अंसारी, ताराचन्द चौधरी, हाजी इस्लाम बब्बू पूर्व प्रत्याशी, महासचिव जिया उर रहमान,महावीर गुप्ता,हरीश गंगवार,जुनेद हसन, नीतू शर्मा अब्दुल बारी, आसिफ अली, शेखर अग्रवाल,ताहिर मिस्वा, कौसर खान, राजेश सेनी, देवेंद्र गंगवार,रऊफ अली अमित कश्यप,माणिक गुप्ता, आदित्य सिंह, साहिब सिंह,शक्ति शर्मा।