आँवला – समायोजन निरस्त होने के पांच वर्ष पूरे होने पर सेठ दामोदर स्वरूप पार्क मे सोमवार को शिक्षामित्रों ने 25 जुलाई को काला दिवस के रूप मे मनाया। इसके साथ ही पीएम व सीएम को पोस्टकार्ड लिखकर अपने दर्द को बयां किया। जिलाध्यक्ष कपिल यादव ने बताया कि प्रदेश मे अब तक पांच हजार से ज्यादा शिक्षामित्र भाई-बहन काल के गाल में समा चुके हैं। बताया कि इसी दिन सुप्रीमकोर्ट के आदेश पर एक लाख 72 हजार शिक्षा मित्रों के अरमानों पर पानी फिर गया था। समायोजन रद्द होने के बाद शिक्षामित्र भुखमरी के शिकार है। बिहार मे शिक्षामित्रों को 20 हजार मासिक, महाराष्ट्र में 35 हजार रुपए, हरियाणा में 22 हजार, पंजाब में 20 हजार, हिमांचल में 21 हजार का मानदेय वहां की सरकारें दे रहीं है। लेकिन उप्र सरकार शिक्षा मित्रों को महज 10 हजार रुपए दे रही है। संगठन की मांग है कि सरकार अन्य राज्यों की भांति प्रदेश में नई नियमावली बनाकर शिक्षामित्र के भविष्य को सुरक्षित करे। इस दौरान कोर्ट के आदेश के बाद जान गंवाने वाले शिक्षामित्र के आत्मा की शांति के लिए दो मिनट मौन रख काला दिवस मनाया। इस अवसर पर धर्मेंद्र पटेल, अचल सक्सेना, फरजंद अली, आसिम हुसैन, भगवान सिंह यादव आदि शिक्षामित्र मौजूद रहे।
रिपोर्टर – परशुराम वर्मा