बिजली कटौती होना हर दिनआम बात हो चुकी है. किसानों की फसलें सूखे या किसान बर्बाद हो बिजली विभाग पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला .हद तो जब होती है सरकारी शेड्यूल के अनुसार किसानों को 10 घंटे सप्लाई का टाइम टेबल है लेकिन हकीकत में लाइट की सप्लाई 4 या 6 घंटे से ज्यादा चलती ही नहीं है. इस बीच में भी तार टूट जाते हैं. साहसा गांव के किसान कमल पाठक ने बताया की हमारी लाइन पर तार को जोड़ने में ढाई से 3 घंटे का समय लाइनमैन लगा देते हैं. इनको रत्ती भर शर्म नहीं आती कि खेत में पड़ा किसान खुद भी सूख रहा है और फसल भी सूख रही है .किसान करे तो करे क्या? मोदी जी ने वादा किया था 2022 तक किसानों की आय दुगनी करेंगे अरे मोदी जी आय दूगनी ना कर सको तो कम से कम किसानों को 10 घंटे बिजली तो दे दो . भिंडोरा गांव के यहां यासिर खान ने लाइनमैनो के ऊपर आरोप लगाया. तार टूटने पर लाइनमैन सारा समय बिजली का तार जोड़ने में निकाल देते हैं. तार टूटने की वजह से सप्लाई जितनी देर बंद हो उतनी हमें बाद में सप्लाई दी जाए. रूटिया गांव के किसान लड्डन खान का कहना है में विकलांग आदमी हूं और 4 किलोमीटर से पैदल चलकर आया हूं. 4 घंटे से ज्यादा बिजली नहीं मिलती है .मेरी फसल सूख रही है. मैं तो वैसे ही परेशान हूं आत्महत्या कर लूंगा अगर बिजली सही से नहीं मिली तो. अब देखना यह है कि बिजली विभाग के अधिकारियों के कान पर जूं रिगती है या नहीं. विद्युत उपकेंद्र पर पहुंचे सभी किसानों ने एक ही आवाज में एक ही नारा लगाया अभी सप्लाई सही नहीं हुई तो आने वाले समय में अन्टुआ बिजली घर पर सभी क्षेत्र के किसानों के साथ मिलकर बड़ा धरना प्रदर्शन किया जाएगा .इस मौके पर उपस्थित किसान कमल पाठक, रामअवतार चौहान, पुष्पेंद्र चौहान ,राकेश राठौर, मनोज चौहान ,सद्दाम खान, यासिर खान, चंदा खान, तरीक खान, अरशद खान, सलमान खान ,मुशाहिद खान ,लड्डन खान, सतपाल, जयप्रकाश, प्रवेश शर्मा ,सतपाल वर्मा ,जगपाल वर्मा आदि बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे.