बरेली-अखिलेश यादव की मुस्लिम समुदाय के प्रति नकारात्मक सोच

बरेली-ब्यूरो-नंद किशोर मौर्य

अल्पसंख्यक कांग्रेस उत्तर प्रदेश द्वारा चैयरमैन शाहनवाज आलम के निर्देश पर चलाये जा रहे स्पीक अप माइनॉरिटी का 8 वां शेषन को लेकर आयोजित प्रेस कांफ़्रेंस में जिला कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के जिला अध्यक्ष जुनैद हुसैन ने सपा पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुलायम सिंह यादव ने क्यों कहा था कि उनके बेटे अखिलेश यादव मुस्लिम विरोधी हैं। अखिलेश यादव की मुस्लिम समाज के प्रति नकरात्मक सोच है जब मैंने जावेद अहमद को उत्तर प्रदेश का डीजीपी बनाने की बात की तो इस बात पर अखिलेश यादव मुझसे नाराज हो गए और 15 दिन तक मुझसे बोले तक नहीँ। जब सवाल पूछा गया कि आप मुसलमानों के हित और सपा द्वारा मुसलमानों का किया गया अहित को लेकर सवाल उठा रहे हैं तो कांग्रेस ने सपा के साथ गठबंधन क्यों किया, इस पर उन्होंने कहा कि यह इसलिए था ताकि भाजपा को हराया जा सके। उन्होंने सपा पर सवाल उठाया कि मुलायम सिंह यादव की ये बात 100% यूँ भी सच साबित होती है कि अखिलेश यादव ने 2012 में सपा के घोषणा पत्र में मुस्लिम समाज को 18 प्रतिशत रिजर्वेशन देने का वादा किया था मगर 5 साल पूर्ण बहुमत से सत्ता में रहने के बाद भी मुस्लिम रिजर्वेशन पर कोई कदम नहीं उठाया जबकि मुसलमानो को धर्म के नाम पर आरक्षण देना मुश्किल है मगर पिछड़े वर्ग के आधार पर मुस्लिम समाज को आरक्षण दिया जा सकता था। जब सवाल पूछा गया कि जब सपा ने आरक्षण नहीं दिया और मुसलमानों के साथ छल किया तो इसके बावजूद भी 2017 से अब तक सपा की मुसलमानों के प्रति गलत नीयत पर कांग्रेस ने विरोध क्यों नहीं किया। इस पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसी धर्म और वर्ग का अहित नहीं करती है। सपा की रीढ़ की हड्डी आजम खां को लेकर कांग्रेस द्वारा मुद्दा उठाने पर ही अखिलेश यादव आजम खां को अस्पताल में देखने गये।
कांग्रेस नेता पूर्व सांसद प्रतिनिधि व भोजीपुरा से प्रत्याशी डा. जकीर खान ने सवाल उठाया कि अखिलेश यादव अपने संसदीय क्षेत्र आज़म गढ़ में सीएए विरोधी आंदोलन में पुलिस की बर्बरता पर मुस्लिम महिलाओं पर लाठीचार्ज पर आज़मगढ़ नहीँ गए, क्यों नहीं गये। उत्तर प्रदेश में सीएए विरोधी आंदोलन में पुलिस की गोली का शिकार होकर 22 बेगुनाह मुस्लिम नोजवान शहीद हुए अखिलेश यादव किसी के परिजनों से मिलने क्यों नहीं गये।
कैंट विधान सभा प्रत्याशी हाजी इस्लाम बब्बू ने सवाल उठाया कि अखिलेश यादव ने 2012 के घोषणा पत्र में मदरसा आधुनिकरण की घोषणा की 5 साल सत्ता में रहे मदरसा आधुनिकरण पर कोई काम नहीं किया, क्यों नहीं किया। सपा को उत्तर प्रदेश में 2014 के लोकसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा। अखिलेश यादव को लगा कि मुस्लिम समाज के कल्याण की बातों से यादव नाराज हो कर बीजेपी में चले गया और यादवों को बापिस लाने के लिए अपने ऊपर से मुल्ला मुलायम की छाप को मिटाना पड़ेगा। इस लिए अखिलेश यादव ने मुसलमानों के लिए बोलना छोड़ दिया। जुनैद हुसैन ने साफ कहा कि सपा बस मुसलमानों का वोट बैंक चाहती है। इसलिए अब मुसलमानों को सोचना होगा कि कौन सी पार्टी ने उनके साथ हमेशा हित किया। कांग्रेस हमेशा मुसलमानों के हित के लिए खड़ी रही है और आगे भी खड़ी रहेगी। इस दौरान जिला प्रवक्ता अल्पसंख्यक विभाग डा. सरवत हुसैन हाशमी, सचिव आसिफ अली, शेखर सिंह, इमराना हुसैन, इशतियाक मंजूरी मौजूद रहे।