बरेली: पुलिस क्षेत्राधिकारी आशीष प्रताप सिंह के मुताबिक, बृहस्पतिवार रात हुई इस कथित घटना के बाद दारोगा अंकित कुमार को निलंबित कर दिया गया है और 10 पुलिस कर्मियों के खिलाफ थाना सुभाष नगर में मामला दर्ज किया गया है।
सूत्रों ने बताया कि बदायूं मार्ग पर रहने वाले आरएसएस मथुरा महानगर के प्रचारक आर्येंद्र कुमार अपनी मां की तबीयत खराब होने के कारण कुछ दिन पहले बरेली स्थित अपने घर आए थे। वह बृहस्पतिवार देर शाम अस्पताल से लौट रहे थे, लेकिन रास्ते में चिकित्सक का फोन आने पर उन्होंने मोटर साइकिल अस्पताल की ओर मोड़ दी।
सूत्रों ने बताया कि करगैना चौकी पर तैनात दारोगा अंकित कुमार का वाहन उनकी मोटरसाइकिल के पीछे था। अंकित ने कई बार हार्न दिया, मगर सड़क टूटी होने के कारण आयेंद्र उनके वाहन को आगे निकलने की जगह नहीं दे सके। इससे नाराज दरोगा ने मोटर साइकिल से आगे निकलर उसे रोक लिया,आरोप हैं कि दारोगा ने आयेंद्र को पीटा।
ऐसा बताया जा रहा है कि आयेंद्र अपना परिचय देकर पुलिस को बताते रहे कि उनकी मां अस्पताल में भर्ती हैं और उन्हें अस्पताल जाना है, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उन्हें पुलिस चौकी में बैठाए रखा।
इस घटनाक्रम की जानकारी बृहस्पतिवार रात जब संघ प्रचारकों तक पहुंची, तो उन्होंने हंगामा किया। सांसद धर्मेंद्र कश्यप समेत दर्जनों नेता चौकी पहुंच गए। इस हंगामे के कारण बदायूं मार्ग बाधित हो गया। अंतत: दो दारोगा एवं आठ सिपाहियों के विरुद्ध अपहरण, बंधक बनाकर पीटने और धमकाने का आरोप दर्ज किया गया।
क्षेत्राधिकारी आशीष प्रताप सिंह ने बताया कि अंकित कुमार को निलंबित कर दिया गया है तथा दो दरोगा समेत 10 पुलिस कर्मियों के खिलाफ थाना सुभाष नगर में बृहस्पतिवार देर रात प्राथमिकी दर्ज की गयी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि आरोपी दरोगा अंकित कुमार को रात में ही निलंबित कर दिया और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई