आँवला – आँवला तहसील में आज भी एक ऐसा गांव है जिसमें लगभाग आधी आबादी के घरों मे बिजली जलना मतलब दिन में सपने देखने जैसा है ग्रामीणों का कहना है कोई भी जनप्रतिनिधि हमारी समस्या पर ध्यान नहीं देता लाइनमैन से लेकर जेई तक सब से कह चुके हैं यह लोग लेकिन एक लंबा समय गुजर जाने के बाद भी आज भी बत्ती का मतलब इन के लिए सोने के पहाड़ से कम नहीं है जी हां हम बात कर रहे हैं आँवला तहसील के गांव मोहम्मदगंज की यहां की महिलाओं ने बताया कि प्रधानमंत्री ने वादा किया था हर घर में बत्ती पहुंचाएंगे लेकिन हमारे गांव का हाल शायद प्रधानमंत्री को मालूम नहीं विभाग के अधिकारी भी इस और ध्यान नहीं देते सरकार ने मिटटी का तेल देना बंद कर दिया है और ऊपर से बिजली का ना होना हम सब लोगों को अंधेरे में रहने को मजबूर करता है बच्चों की पढ़ाई भी ठीक से नहीं हो सकती ।
रिपोर्टर – परशुराम वर्मा