जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार की अध्यक्षता मे कल देर शाम अभियोजन कार्यों की समीक्षा बैठक विकास भवन सभागार में सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी ने उपस्थित समस्त जिला एवं अपर जिला शासकीय अधिवक्ताओं व अभियोजन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि माननीय न्यायालयों में प्रचलित वादों में प्रभावी पैरवी सुनिश्चित की जाये। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि निर्वाचन से सम्बंधित सभी मुकदमों की सूची व किस कोर्ट में हैं तथा क्या पैरवी की गयी है विवरण शीघ्र उपलब्ध कराया जाये।
जिलाधिकारी ने अभियोजन कार्यों की समीक्षा करते हुये निर्देश दिये कि महिला अपराध, गैंगस्टर, जमीन, दहेज प्रथा व तामिला आदि के प्रकरणों के मामलों में अभियुक्तों को सजा हुई है व जिन अपराधों में वादी रिहा हुए हैं उसकी कारण सहित सूची उपलब्ध करायें। उन्होंने निर्देश दिये कि थानावार कितने सम्मन भेजे गये और कितने प्रतिशत तामिल होकर वापस आये हैं, इसका नवम्बर माह का विवरण तीन दिन में उपलब्ध करायें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि निर्वाचन से सम्बंधित सभी मुकदमों की सूची व किस कोर्ट में हैं और कौन देख रहा है इसका विवरण शीघ्र उपलब्ध कराया जाये।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि महिलाओं व बच्चों के विरुद्ध अपराधों से संबंधित वादों में शीघ्रता लाते हुए गवाहों को बुलाकर न्यायालय में वादों को तय कराकर अभियुक्तों को अधिक से अधिक सजा दिलाई जाये। उन्होंने माफियाओं के प्रकरणों में अतिशीघ्र पैरवी कर कठोर से कठोर सजा दिलाये जाने के निर्देश दिए और अभियोजन के कार्यों में और प्रगति लायी जाये। उन्होंने कहा कि अच्छी प्रगति वाले अपर जिला शासकीय अधिवक्ताओं के तीन माह के कार्य के आंकलन के आधार पर जनवरी माह में पुरस्कृत किए जाने की कार्यवाही भी की जाये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जग प्रवेश, अपर जिलाधिकारी नगर सौरभ दुबे, पुलिस अधीक्षक यातायात राम मोहन सिंह, संयुक्त निदेशक अभियोजन अवधेश पांडेय, वरिष्ठ अभियोजन अधिकारी रुद्रेंद श्रीवास्तव एवं शासकीय अधिवक्तागण उपस्थित रहे।
रिपोर्टर परशुराम वर्मा