मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाले स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्यों की कमिश्नर ने गुरुवार को समीक्षा की। स्मार्ट सिटी की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में कमिश्नर ने कार्यदाई एजेंसियों को चेतावनी देते हुए कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की डेटलाइन 31 दिसंबर तक है। 31 दिसंबर तक निर्माण पूरा न करने वाली तीन बड़ी एजेंसियों पर 50 लाख की पेनाल्टी लगेगी। स्मार्ट सिटी के 65 में 60 प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं। पांच प्रोजेक्ट को इसी साल पूरा करने का टारगेट स्मार्ट सिटी और नगर निगम के अफसरों और कार्यदाई एजेंसियों को दिया गया है। कमिश्नर ने बैठक में अधिकारियों से कुतुबखाना फ्लाईओवर स्काईवॉक, लाइट एंड साउंड शो, इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के तहत शहर में लगने वाले अतिरिक्त सीसीटीवी, अर्बन हाट समेत कई प्रोजेक्ट की समीक्षा की। सभी कार्यदाई संस्थाओं को 31 दिसंबर तक हर हाल में अधूरे निर्माण पूरा करने के निर्देश दिए हैं। जिससे कि नए साल में लोगों को निर्माणाधी प्रोजेक्ट की सौगात दी जा सके। उन्हें सहूलियत मिले।
स्काई वॉक के निर्माण में देरी पर 2 लाख की पेनाल्टी, लाखों का और जुर्माना लगाने की तैयारी
11.18 करोड़ से शहर में स्काईवॉक का निर्माण किया जा रहा है। 15 अप्रैल 2022 को ग्रो एवर इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को निर्माण की जिम्मेदारी दी गई थी। 30 नवंबर 2023 को कंपनी को स्काई वॉक का निर्माण कार्य पूरा करना था, लेकिन कंपनी अभी तक उसका निर्माण पूरा नहीं कर सकी है। जिस पर कमिश्नर सौम्या अग्रवाल के निर्देश पर कंपनी पर 2 लाख की पेनाल्टी लगाई गई है। कंपनी ने अगर 31 दिसंबर तक निर्माण पूरा नहीं किया तो उसके खिलाफ 25 लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
सीसीटीवी लगाने में लापरवाही पर हनीवेल पर भी लगेगा जुर्माना
स्मार्ट सिटी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में कमिश्नर ने पूछा की हनीवेल को 34 अतिरिक्त सीसीटीवी शहर में लगाने के निर्देश दिए गए थे। अब तक इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर से कनेक्ट कर कितने सीसीटीवी लगाए गए हैं। जिस पर नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स ने बताया कि हनीवेल ने अब तक 24 सीसीटीवी लगाए हैं। जबकि उसे 34 लगाने थे। कमिश्नर ने नगर आयुक्त को हनीवेल पर लाखों की पेनाल्टी लगाने के निर्देश दिए हैं। हनीवेल पर पिछले दिनों लापरवाही सीसीटीवी लगाने में लापरवाही पर 10 लाख की पेनाल्टी लगाई जा चुकी है।
रोज हो रहे 20 हजार चालान, ट्रैफिक पुलिस भेज रही 250
इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर के जरिए प्रतिदिन शहर में यातायात नियमों का पालन न करने वाले, बगैर हेलमेट ट्रिपल राइडिंग के लगभग 20 हजार चालान हो रहे हैं। लेकिन ट्रैफिक पुलिस की ओर से 250 चालान दिए जा रहे हैं। कमिश्नर ने इस मामले में नाराजगी व्यक्ति की। उन्होंने एसपी ट्रैफिक राम मोहन सिंह और सिटी मजिस्ट्रेट रेनू सिंह को निर्देश दिए कि वह इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर द्वारा किए जा रहे प्रतिदिन के चालान का सत्यापन करें। उसके बाद उन चालान में ट्रैफिक पुलिस कितने चालान भेज रही है। इसकी भी जांच पड़ताल कर पूरी रिपोर्ट दें। लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।
कुतुबखाना फ्लाईओवर बनाने वाली मंटेना पर भी लगेगा लाखों का जुर्माना
कुतुबखाना फ्लाईओवर का निर्माण करने वाली मंटेना कंपनी को 31 दिसंबर तक निर्माण पूरा करने के निर्देश दिए गए थे। पिछले दिनों मंटेना कंपनी के एमडी, प्रोजेक्ट मैनेजर, स्मार्ट सिटी और सेतु निगम के अधिकारियों के साथ बैठक में गाइडलाइन तय की गई थी। इसमें मंटेना के अधिकारियों ने 15 जनवरी तक निर्माण पूरा करने का आश्वासन दिया था। लेकिन स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने 31 दिसंबर कुतुबखाना फ्लाईओवर का निर्माण पूरा करने के लिए कहा था। मामले की समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने कहा कि 31 दिसंबर तक मंटेना ने कुतुबखाना फ्लाईओवर का निर्माण पूरा नहीं किया तो इसके खिलाफ भारी जुर्माना लगाया जाए। मंटेना पर अब तक सेतु निगम की ओर से 55 लाख का जुर्माना लगाया जा चुका है। बैठक में नगर आयुक्त, निधि गुप्ता वत्स, अपर नगर आयुक्त सुनील यादव, एसपी ट्रैफिक राम मोहन सिंह समेत अधिकारी उपस्थित थे।
रिपोर्टर परशुराम वर्मा