बलौदाबाजार :- सुहेला समीप टेकारी से फरहदा तक 2 किलोमीटर सड़क इतनी खराब है कि इस मार्ग पर लोगों का चलना मुश्किल हो गया है । ग्रामीण सड़क बनाने की मांग 15 साल से कर रहे है , लेकिन सडक़ बनना तो दूर मिट्टी , मुरूम से डब्ल्यूबीएम तक नही हो पाया । बारिश के मौसम में यह मार्ग बंद होने से जिला मुख्यालय जाने ग्रामीणों को 5 किमी अधिक सफर करना पड रहा है । ग्रामीणों ने सड़क जल्द नहीं बनने पर प्रदर्शन की चेतावनी दी है ।
टेकारी से फरहदा मार्ग टेकारी अमाकोनी , जेठानी , देवरानी , मोपर , मानिकपुर आदि गांवो के ग्रामीणों के लिए जिला मुख्यालय व भाटापारा जाने का प्रमुख मार्ग है । साथ ही आमाकोनी , टेकारी और मानिकपुर के किसान फरहदा और मटिया के बीच बने धान खरीदी केंद्र मे इसी मार्ग से अपने ऊपज को बेचने आते है । फरहदा के ग्रामीणों के खेत भी इसी मार्ग पर पडने के कारण 12 महीने आना – जाना लगा रहता है परंतु सड़क खराब होने के कारण खासकर बारिश के दिनो मे लोगो की समस्याए और बढ़ जाती है । टेकारी के सरपंच भुवन वर्मा , गज्जू वर्मा , आमाकोनी के दुलीचंद यदु , दीपक पटेल , रामलाल यदु , आदि ग्रामीणों ने बताया कि बारिश मे मार्ग बंद हो जाने के कारण हमें 5 से 7 किलोमीटर दूर रानीजरौद सुहेला होकर भाटापारा जाना पड़ता है शासकीय धान खरीदी केंद्र जाते समय टैक्टर , बैलगाड़ी आदि वाहनों को काफी नुकसान पहुचता है । पीएमजीएसवाई के इंजीनियर कुलेश्वर वर्मा ने बताया कि उक्त मार्ग के लिए प्रस्ताव भेथा गया है परंतु स्वीकृति नहीं मिल पाई है
गड्ढो मे गिरकर चोटिल हो रहे है राहगीर :- टेकारी के पूर्व सरपंच जीवन जायसवाल , सुखनंदन नायक , फरहदा के पूर्व सरपंच हरिशंकर वर्मा ,के अलावा फरहदा के वर्तमान सरपंच महीश जांगड़े व टेकारी सरपंच भुवन वर्मा , ने बताया कि पिछले 15 सालों से सड़क निर्माण की मांग करते आ रहे है । विभाग द्वारा लगातार मार्ग को स्वीकृत होने का आश्वासन दिया जाता है परंतु निर्माण आज तक शुरू नहीं हो सका है । फरहदा खरीदी केंद्र में ग्राम जेठानी से काम करने जा रहे संतोष मिरी , एस कुमारी जानकी मिरी आदि ने बताया कि गड्ढो के कारण हमेशा कई लोग गिरकर चोटिल होते रहते है हम लोग गिरते – गिरते बचे है ।
उमाशंकर कि रिपोर्ट बलौदाबाजार