बदलापुर/जौनपुर: तहसील में राजस्व निरीक्षक व लेखपालों की मनमानी से दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता अभिषेक उपाध्याय का परिवार निरन्तर 2018 से शोषित हो रहा है । राजस्व की लापरवाही चरम पर आ गयी है। मामला ग्राम बलुआ पोस्ट मिरशादपुर बदलापुर जौनपुर की वर्ष 2018 से विवादित भूमि आराजी नम्बर 87,88 के मालिक आनंद उपाध्याय , ज्ञानप्रकाश उपाध्याय, सत्य प्रकाश उपाध्याय व श्यामा देवी आराजी नम्बर 90 के मालिक सत्यव्रत उपाध्याय जो कि अधिवक्ता अभिषेक के पिता है इंटर कालेज में अध्यापक है की है। जिसमे पक्षकार आनंद उपाध्याय उर्फ ढूंढी ज्ञान प्रकाश उपाध्याय उर्फ पिंडी व उनके भतीजे मिलकर सत्यव्रत की जमीन पर कब्जा कर लिए , जिसमे 2018 में मारपीट किये और पुनः बार बार धमकी दे रहे है कि जमीन छोड़ दो वह गुंडई व फौजदारी पर आमादा है और प्रार्थी के जमीन पर कब्जा नही करने दे रहे है । अधिवक्ता का यह भी कहना है कि यह मामला तहसील में लंबित है। जिसमे कानून गो अनिल तिवारी इन लोगों से मिला हुआ है। और 10 हजार रूपये की मांग किया अधिवक्ता के पिता सत्यव्रत उपाध्याय ने देने से मना किया तो नक्शे में दर्ज 87 व 88 उत्तर 250 कड़ी है दक्षिण 250 कड़ी है लेकिन पैसा न देने की वजह से कानून गो ने फिल्डबूक 280 कड़ी पर बना दिया और स्पॉट मेमो 257 कड़ी पर बना दिया और जब पत्थर गाड़ने आए तो 260 कड़ी पर निशान लगा रहे थे। ऐसे में मामला अतिसंवेदशील होता जा रहा है कानूनगो मामले को निस्तारित नही कर रहे है । उच्चाधिकारी मौके पर जाकर यदि अतिशीघ्र मामले का निस्तारण नही करा देते तो अधिवता अभिषेक उपाध्याय व पिता सत्यव्रत उपाध्याय अपने पूरे परिवार के साथ जिलाधिकारी से इच्छा मृत्यु की अनुमति चाहते है।