आँवला/बरेली – अवादानपुर के ग्रामीणों ने सीसी रोड बनवाने को दिया उप जिलाधिकारी को ज्ञापन।

आंवला – आँवला से रामनगर को जाने वाली रोड के समीप का ग्राम आवादानपुर नए परिसीमन में आँवला में जुड़ गया है। इसलिए गांव अवादानपुर में सुविधाअों के विस्तार और विकास कार्यों की संभावनाएं बढ़ गई हैं। इसके विपरीत, आँवला-रामनगर रोड से निकलकर अवादानपुर जाने वाली सड़क बहुत जर्जर हालत में पहुंच गई है। स्थिति यह है कि जबतक यह सड़क दुरुस्त नहीं हो जाती, तबतक अवादानपुर को आँवला शहर की सीमा में जुड़ने का कोई प्रत्यक्ष लाभ नहीं मिल सकता। इसी को मुद्दा बनाकर आज अवादानपुर के ग्रामीणों ने बड़ी तादाद में यहां उप जिला अधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी आँवला को सौंपा ।ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा है कि आँवला के रामनगर रोड से ग्राम अवादानपुर के लिए, प्रमोद ऐरन कॉम्प्लेक्स के बराबर से एक सरकारी रास्ता है । लेकिन कई सालों से मार्ग के जीर्णोध्दार का कोई काम न होने से यह सड़क काफी जर्जर हो गई है। हालत यह है कि छोटे-बड़े वाहनों का इस मार्ग पर चलना। आसान नहीं रह गया है। हालांकि पहले यह रास्ता काफी गुलजार था, जब बरसों-बरस पुराने इस रास्ते से होकर अवादानपुर से आंवला रेलवे स्टेशन तक सवारियां भरकर तांगे आया-जाया करते थे । अब पिछले काफी समय से यह सरकारी रास्ता खराब हो जाने से कीचड़ और गड्ढों से भरा उबड़-खाबड़ हो गया है जिसके कारण ग्रामीणों को आने-जाने में बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। आंवला से अवादानपुर जाने को सबसे निकट के इस रास्ते का अब जीर्णोध्दार कराना बहुत जरूरी हो गया है, ताकि गांव वालों को आंवला आने-जाने में आसानी हो जाए। ज्ञापन में यह सारी समस्यायें लिखकर गांव के लोगों ने उक्त रास्ते पर अब सीसी रोड डलवाने की मांग की है। वैसे ग्रामीणों द्वारा कई वर्षों से सीसी रोड की मांग की जाती रही है , लेकिन अभी तक इस पर शासन-प्रशासन ने कोई ध्यान नहीं दिया। उक्त रास्ते से ग्रामीणों को कीचड़ व गड्ढे में से गुजर कर जाना-आना पड़ता है जिससे ग्रामीणों को बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ता है । कच्चा रास्ता होने के कारण हमेशा कीचड़ और उबड़-खाबड़ का आलम तो रहता ही है, बारिश होने की वजह से वहां पानी भरा रहता है। मुख्यमंत्रीसे यहां सी सी रोड डलवाने की मांग को लेकर ज्ञापन देने वालों में अमित, मोनू, आकाश मौर्य, सोनू, सतीश, राधे, प्रेमवती, हरप्रसाद, मनोज, गौरव खंडूजा, सौरभ, रामअवतार, रामपाल, प्रेमपाल, सुनीता, राजेंद्र, सीताराम, रामचंद्र, चूड़ामनी, नन्हे लाल, सुरेंद्र मौर्य, राखी, कल्लू, रामलाल, सुमन देवी, वीरेंद्र, प्रदीप, शिवचरण, वीरेंद्र कुमार, रंजीत, संजय, अंशु कुमार मौर्य, सुरेंद्र प्रसाद मौर्य, इंद्रदेव, केशव, नदीम, वीरू मौर्य, कृष्ण गोपाल मौर्य, रामऔतार सुरीला आदि शामिल रहे। रिपोर्टर – परशुराम वर्मा