आँवला/बरेली – युवाओं की यही पुकार अबकी बार अखिलेश सरकर : छात्र सभा ।

आँवला – समाजवादी छात्र सभा आँवला के छात्र नेताओ ने बरेली पार्टी कार्यालय पहुँचकर सभी फ़्रंटल संघठनो के साथ मिलकर बढ़ती, महंगायी, बेरिज़गारी,छात्रों की फ़ीस का मुद्दा व किसान का मुद्दा , आज़म खान साहब को रिहा करो ,रोज़गार मुद्दा व अन्य बढ़ते अपराध कर ख़िलाफ़ पार्टी कार्यालय से कलेक्टट्रटे तक रैली निकल एव ज़िला अधिकारी को घापन सोंपकर अर्धनग्न होकर सरकर के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया। आज देश मे डीजल और पेट्रोल की बढ़ती क़ीमती के कारण जहाँ एक तरफ़ ट्रांसपोर्ट से जुड़ी तमाम वस्तुओं मे भाड़ा बढ़ने से अनावश्यक रूप से रोज़ मर्रा की जरूरतमंद वस्तुओं की क़ीमतों मे बेहतहशा वर्धि हुए हैं। आँवला समजवादी छात्र सभा के छात्र नेता शारिक बिन सईद और मुकर्रम खान ने अपने समस्त साथियों के साथ पार्टी कार्यालय पहुँचकर सय्यद फ़रहान अली के नेतर्व से अपने नयें साथियों को समजवादी छात्र सभा मे सदस्यता दिलायी और समजवादी छात्र सभा के ज़िला अध्यक्ष मुकेश यादव व अन्य पदाधिकारियों से मुलाक़ात करायी। युवाओं मे जोश हैं और हर एक छात्र की एक ही पुकार हैं अबकी बार अखिलेश सरकार छात्र नेताओ ने बताया जिन जिन छात्र-छात्रोंओ का सपना था लेपटोप चलाने का वो सपना अखिलेश सरकार ने कर दिखाया लेपटोप बाँटकर पूरा किया।अखिलेश सरकर छात्रों के हित के लिए अन्य कार्य भी करती रहती हैं। आँवला समजवादी छात्र सभा के छात्र नेता शारिक बिन सईद ने कहा आगे हम और छात्रों से मिलकर जल्दी एक बड़ा परिवार बना लेंगे आँवला समजवादी छात्र सभा का और आगे भी हम लोगों को जोड़ने का कार्य करेंगे और सभी छात्रों को साथ लेकर चलेंगे। छात्र नेता अमन खान ने बताया हम लोग सभी जाति और धर्मों के छात्रों को साथ लेकर चलते हैं।
जल्दी ही आँवला मे विशाल समजवादी छात्र सभा उभरती हुई दिखेगी। मुकर्रम खान ने बताया हमारे नये सदस्य मंगलवार के कार्यक्रम को देखकर काफ़ी जोश और मेहनत से कार्य करने को त्यार हैं नए सदस्य – अभिषेक सिंह, सचिन सिंह , मुक़ीम खान,नवेद खान,यूसुफ़,मोहित,साहिल,पवन,उबैद,क़ासिम,महफ़ूज़ ,रितिक ,सनल खान,कलीम,तारिक व अन्य साथी।
छात्र नेता शारिक ने दुबारा वहीं मुद्दा उठा लिया आज़म खान साहब को रिहा करो ! छात्र नेता शारिक बिन सईद ने कहा भाजपा केवल विध्वंस मे विश्वास करती हैं निर्माढ मे नही। जोहर विश्वविधायलय शिक्षड़ संस्थान हैं उसमें तोड़ फोड़ की क्या आवश्यकता हैं ? केवल इसलिए कि उसे खड़े करने मे आज़म खान साहब जी ने अपना पूरा राजनैतिक जीवन झोंक दिया।

रिपोर्टर – परशुराम वर्मा