आँवला – विशारतगंजथाना क्षेत्र के गांव इस्माईलपुर के एक मामला पृकाश में आया है जिसमें आरोप है कुछ लोगों द्वारा ग्राम प्रधान को रंजिशन जान से मार देने की नियत से हथियारों तंमचा लाठी डंडों से लैस होकर कुछ लोगों द्वारा घेर लिया गया किसी तरह उनके चंगुल से जान बचाकर भागे प्रधान ने थाना विशारतगंज में नाम दर्ज तहरीर देकर आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाही की मांग की है
आपको बता दें थाना क्षेत्र विशारतगंज की ग्राम पंचायत इस्माईलपुर के ग्राम प्रधान अरविंद कुमार सिंह ने थाना विशारतगंज में तहरीर देकर बताया कि बीते 3 अगस्त की शाम को गांव लोगों की मांग अनुसार गांव में शनि मंदिर बनवाने हेतु दिन भर खेती कार्य निवटवाकर शाम के समय करीब आठ बजे अपनी मौजूदगी में गांव के दक्षिण दिशा में पड़े एक खड़ंजे पर पड़ी व्यर्थ ईंटो को भरवाने लेवर व ट्रैक्टर ट्राली लेकर गया था जब लेवर ट्राली में ईंटे भर रही थी उसी समय मुझसे रंजिश मानने वाले लोग मौका का फायदा उठाते हुए मुझे जान से मारने की नियत से अवैध हथियारों (तंमचा) लाठी डंडे लेकर आये और मुझे चारों ओर से घेर लिया और चोरी का झूठा आरोप लगाते हुए उनमें से एक व्यक्ति मेरी बीडियो बनाने लगा गाली गलौज करने लगे विरोध करने पर तंमचा दिखाने लगे किसी तरह अपनी बचाकर भागा लेवर भी ट्रैक्टर ट्राली छोड़कर भाग गई
ग्राम प्रधान अरविंद कुमार का आरोप है शाम के समय अवैध तंमचा लेकर मुझे मारने पंहुचे कुछ हमलावरों को मेरे द्वारा पहचान लिया गया जिनका नाम ग्राम प्रधान ने रोहित पाल, जयपाल, राजेंद्र टेलर, जालिम, रामनिवास, रवि सहित बीस पच्चीस अज्ञात व्यक्ति थे
हमलावरों ने अपने चंगुल से मुझे बचता देखा तो वह सब घटना के समय उनके द्वारा बनाई गई बीडियो को वे फेसबुक शोसल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डालकर मुझे बदनाम कर मेरी छवि को धूमिल कर रहे हैं
ग्राम प्रधान ने उक्त हमलावरों के खिलाफ थाना विशारतगंज में तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की है
अब यहां विचार करने बाली एक बात निकलकर सामने आई है कि यदि ग्राम प्रधान प्रशासन या किसी अन्य द्वारा बिछाई गई ईंटो की चोरी कर रहा था वहां गये लोगों ने तुरंत उसी समय संबंधित थाना या कि शासन प्रशासन के अधिकारी से शिकायत क्यों नहीं की
ग्राम प्रधान अगर ईंटे ले भी जा रहा था तो (धार्मिक स्थल) शनि मंदिर के लिए ले जा रहा था क्या घेराबंदी करने वाले लोग धार्मिक स्थल में आस्था नहीं रखते हैं।
रिपोर्टर – परशुराम वर्मा