आँवला – सिरौली थाना क्षेत्र में देशी बंदूक के साथ फोटो खींच कर वायरल करना तीन साल बाद महंगा पड़ गया ।तीन साल बाद वायरल होने पर नवाबपुरा चौकी पुलिस ने युवक से पचास हजार की रिश्वत लेकर छोड़ दिया। यह मामला इलाके में चर्चा का विषय बना है।
चौकी नबाबपुरा के गांव सुकटिया उर्फ ताखा के युवक संजय ने तीन साल पहले एक बंदूक के साथ एक फोटो खींचा था। अभी दो दिन पहले यह फोटो किसी तरह से वायरल हो गया
वायरल होने पर चौकी के दो सिपाहियों ने युवक को हिरासत में ले लिया और चौकी में बैठा लिया। और युवक के परिजनों से युवक को जेल भेजने की बातें करने लगे। घंटों बातचीत होती रही इसमें युवक के परिजन घबरा गय और ग्राम प्रधान के द्वारा के छोड़ने की डील शुरू हो गई। संजय फोर्स में नौकरी की तैयारी कर रहा है। बेटे पर किसी तरह का दाग या छवि धूमिल होने के भय से युवक के परिजनों ने पुलिस की पचास हजार रुपए और एक तमंचा देने की डील मान ली। किसी तरह से 3 बीघा ज़मीन गिरवीं रखकर पुलिस को पचास हजार रुपए की रकम जोड़कर दी और बेटे को किसी तरह से पुलिस से छुड़ाया । पूरे इलाके में यह चर्चा का विषय बन गया है।
जमीन गिरवी रख कर पुलिस को दिए पचास हजार
अब तक पुलिस का हमदर्द चेहरा ही सामने आया था लेकिन चौकी नबाबपुरा में पुलिस का बेरहम चेहरा भी चर्चा में है। सोशल मीडिया पर देशी बंदूक के साथ फोटो वायरल करना एक युवक को ही नहीं परिवार को भी भारी पड़ गया। युवक को पुलिस से छुड़ाने के लिए घरवालों ने तीन बीघा जमीन गिरवी रख दी फिर भी पचास हजार नहीं जुड़े तो इधर उधर से उधार लेकर पूरे किए। साथ ही सिपाहियों की शर्त पर एक देशी तमंचा भी देना पड़ा। तब जाकर पुलिस ने युवक को छोड़ा इसमें ग्राम प्रधान से युवक के बारे में रुपयो को लेकर बातचीत की एक ऑडियो भी है जिसमें ग्राम प्रधान खुद कह रहे हैं कि सिपाहियों ने 50,000 हजार लेकर व एक तमंचा लेकर युवक को थोड़ा है।। रिपोर्टर – परशुराम वर्मा