जसराना थाना पुलिस एवं एसओजी की संयुक्त कार्रवाई में कांच की बोरियों के बीच छिपाकर गांजा ले जा रहे दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। बरामद गांजे की कीमत 80 लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया। यहां से उन्हें जेल भेज दिया।
थाना जसराना एवं एसओजी की टीम को सूचना मिली कि एक लाल रंग के कैंटर में जसराना-मुस्तफाबाद के रास्ते जलेसर गांजा जा रहा है। पुलिस ने जसराना-मुस्तफाबाद के नगला रामा घिरोर बाईपास चौराहा पर चेकिंग शुरू कर दी। चेकिंग के दौरान कैंटर को रोका और तलाशी ली तो टूटे हुए कांच की बोरियों के बीच गांजे की 34 बोरियां रखी थी। पुलिस ने गांजे की तौल कराई तो 170.806 किलाग्राम निकला। गांजे के साथ पकड़े गए तस्करों ने पूछताछ में अपने नाम सुनील कुमार एवं बसंत कुमार निवासीगण नगवाई थाना जलेसर जनपद एटा बताया। पुलिस के अनुसार आरोपी ओडिशा से जलेसर गांजा लेकर जा रहे थे। थाना प्रभारी अंजीश कुमार सिंह ने कहा आरोपी सुनील को कासगंज पुलिस 2023 में गांजा तस्करी में भेज चुकी है, जेल से बाहर आने के बाद उसने फिर से गांजा बेचने का कारोबार शुरू कर दिया। उसके अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।
आरोपी ओडिशा से 18 सौ से लेकर 2 हजार रुपये किलो के हिसाब से गांजा लेकर आते हैं। उसे 10 हजार से लेकर 15 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से बिक्री करते हैं। सुनील लंबे समय से तस्करी कर रहा है। पूर्व में जेल भी जा चुका है, जेल से छूटने के बाद उसने अपनी जमीन को गिरवी रखकर तस्करी शुरू कर दी। जलेसर के आसपास के जनपदों के साथ एनसीआर में से सप्लाई करते हैं।