पूरनपुर में शारदा नदीं में उफान के बाद तटवर्ती गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। लोगों ने घरों का सामान ऊंचे स्थानों पर रखना शुरू कर दिया। कटान से बचाव के काम बंद हो गए हैं। निगरानी के लिए हलका लेखपालों को मौके पर भेजा गया है। गांव चंदिया हजारा में अनाउंस कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
शारदा का जलस्तर बढ़ने से कई दिन से लाखों रुपये खर्च कर कराए गए कार्य नदी की भेंट चढ़ गए हैं। पानी बढ़ने पर मंगलवार को बचाव कार्य बंद कर दिए गए। गांव में पानी घुसने की आशंका से चंदिया हजारा और राहुलनगर के लोगों में खलबली मची है।
लोग पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के साथ ही घरों से कीमती सामान निकालने में जुट गए हैं। प्रधान वासुदेव कुंडू ने बताया कि मंगलवार शाम को नदी उफनाने से नदी के आसपास के इलाके में जलभराव हो गया है। नालों से गांव की ओर पानी आना शुरू हो गया है। तहसीलदार ध्रुवनरायन यादव ने बताया कि नदी में मंगलवार को करीब डेढ़ लाख क्यूसेक पानी बनबसा बैराज से छोड़ा गया है। अभी क्षेत्र मेंं बाढ़ के हालात नहीं हैं, फिर भी लेखपालों को क्षेत्र में भेज दिया गया है।
मजदूर लगाकर हटवाया रेत का टीला
मंगलवार सुबह चंदिया हजारा के प्रधान ने नाव से कुछ लोगों को नदी की धार के दूसरी ओर भेजा। प्रधान ने बताया कि नदी के पुरानी धार वाले स्थान पर रेत का टीला मिला। 40 से 50 मजदूर भेजकर इस टीले को हटवाया गया। पुरानी धार की जगह साफ कराई गई। इससे नदी की धार फिर पुराने स्थान पर जाने की उम्मीद है। अगर नदी की धार पुराने स्थान की ओर चली गई तो गांव चंदिया हजारा, राहुलनगर से बाढ़ का खतरा टल सकता है।