अखिलेश यादव अब समाजवादी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनाना चाहते हैं. हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और महाराष्ट्र में पार्टी चुनाव लड़ने की तैयारी में है. कांग्रेस से गठबंधन हुआ तो ठीक, नहीं तो सपा अकेले दम पर चुनाव लड़ने के मूड में है. लोकसभा सांसदों की संख्या के हिसाब से समाजवादी पार्टी देश में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. अखिलेश यादव की पार्टी ने लोकसभा चुनाव में 37 सीटें जीती थीं. ये समाजवादी पार्टी का अब तक का सबसे बढ़िया प्रदर्शन है. इस जीत से पार्टी मुखिया के साथ ही नेताओं और कार्यकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं. यही वजह है कि अखिलेश अब पार्टी के विस्तार के मूड में हैं. इसके लिए वो एक्शन मोड में भी हैं. समाजवादी पार्टी पहली बार हरियाणा में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में है. इरादा कांग्रेस के साथ गठबंधन में लड़ने का है. सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस के अध्यक्ष से पांच विधानसभा सीट की डिमांड की गई है. अगर दो सीटों पर भी बात बन गई तो तो अखिलेश मान जाएंगे. महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का अभी ऐलान नहीं हुआ है. मगर, समाजवादी पार्टी ने वहां के लिए चार चुनाव प्रभारी तय कर दिए हैं.
ये सभी अगले हफ्ते महाराष्ट्र का दौरा करने के बाद अखिलेश यादव को रिपोर्ट देंगे. अभी महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के दो विधायक हैं. मुंबई की कुछ सीटों और औरंगाबाद में पार्टी का ठीक-ठाक प्रभाव है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अबु आसिम आजमी गुरुवार को अखिलेश से मिले थे. सूत्र बताते हैं कि समाजवादी पार्टी कम से कम बारह सीटों पर दांव आजमाने की तैयारी में है.
इसके साथ ही समाजवादी पार्टी पहली बार जम्मू-कश्मीर में पैर जमाना चाहती है. पार्टी ने दस सीटों पर चुनाव लड़ने का मन बनाया है. यूपी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन है. अगर दूसरे राज्यों में समाजवादी पार्टी अकेले चुनाव लड़ी को फिर नुकसान इंडिया गठबंधन को होगा.