सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा शिवपाल सिंह यादव को पेंडुलम बताने वाले बयान पर तीखा पलटवार किया। मंगलवार को शहर स्थित शौर्य पैलेस में आयोजित आशीर्वाद सम्मेलन में अखिलेश यादव ने कहा कि बाबा मुख्यमंत्री कल करहल में चाचा को पेंडुलम बता रहे थे, जिन्होंने फिजिक्स पढ़ा नहीं। वह बात पेंडुलम की कर रहे हैं। चाचा पेंडुलम नहीं, वह ऐसा झुला देंगे कि समझ नहीं आए। यदि मुख्यमंत्री को फुटबाल खेलना है तो समाजवादियों के साथ खेलें। उन्हें खेल तो कोई आता नहीं, सिर्फ नफरत और झगड़े का खेल आता है। वह सीबीआई और ईडी की तो बात करते हैं, बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे की भी जांच कराएं।
सम्मेलन में अखिलेश यादव ने कहा कि ये चुनाव विशेष परिस्थितियों में हो रहा है। मैनपुरी के लोगों ने कई बार नेताजी को चुनकर भेजा है। चाहे वो किसी भी दल में रहे हों, लोगों ने उनके नाम पर वोट दिया। नेताजी मैनपुरी के लोगों को घर का सदस्य मानते थे। उन्होंने क्रांतिकारी गेंदालाल दीक्षित को याद करते हुए कहा कि सपा सरकार आने पर उनके नाम पर लाइब्रेरी की स्थापना कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि ये चुनाव जात-पात से ऊपर उठ चुका है। प्रबुद्ध वर्ग से बड़ा समाजवादी कोई नहीं है, वो किसी के साथ भेदभाव नहीं करता है। उन्होंने कहा कि हमारा आपसे रिश्ता हजारों साल पुराना है। भगवान श्रीकृष्ण सुदामा के लिए अपना सिंहासन छोड़ कर आए थे। भगवान परशुराम जयंती पर सपा ने ही अवकाश घोषित किया था। सम्मेलन में अखिलेश यादव ने प्रबुद्ध समाज के लोगों से अपील की कि नेताजी और उनके काम को याद करते हुए सपा प्रत्याशी डिंपल यादव को जिताना है।