यूपी के पीलीभीत में संघ की शाखा लगाने गए स्वयंसेवकों के साथ मारपीट का आरोप लगा है. यही नहीं है कि आरोप है कि संघ का ध्वज उतार कर फेंक दिया गया. पुलिस ने स्वयंसेवक की तहरीर के आधार पर बसपा के विधानसभा अध्यक्ष नागेंद्र गौतम, सर्वेश व एक अज्ञात के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. हालांकि दूसरे पक्ष का कहना है कि उसकी तहरीर ही नहीं ली गई. थाने में पुलिस के सामने ही उनके साथ आरएसएस व भाजपा कार्यकर्ताओं ने गाली गलौज व अभरदाता की. मामले में पुलिस जांच कर रही है.
दरअसल कोतवाली जहानाबाद क्षेत्र के गांव रम्पुरा मिश्र देवस्थान पर दलित बस्ती के समीप संघ की शाखा का संचालन स्वयंसेवक देवेश कर रहे थे. आरोप है कि तभी गांव निवासी बसपा के विधानसभा अध्यक्ष नागेंद्र गौतम व सर्वेश ने आकर संघ का ध्वज उतार कर फेंक दिया. वहीं दूसरे पक्ष बहुजन समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष भगवान सिंह गौतम का आरोप है कि बसपा के विधानसभा अध्यक्ष ने केवल अन्य महापुरुषों के बारे में जानकारी देने के लिए संघ के लोगों से कहा था लेकिन संघ के लोग आरएसएस का प्रचार कर रहे थे साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि धर्म परिवर्तन कराने की भी संघ के लोगों की आशंका थी.
बसपा के जिला अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि जब वह थाने पहुंचे तो सेकड़ों की संख्या में आरएसएस और भाजपा के नेता मौके पर थे और उनके साथ थाने के अंदर ही पुलिस के सामने काफी गाली गलौज की. वह किसी तरह थाने से जान बचाकर भागे हैं. बीएसपी नेता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनकी कोई तहरीर नहीं ली. फिलहाल पुलिस ने स्वयंसेवक देवेश की तहरीर पर गंभीर धारा में मुकदमा दर्ज किया है और मामले में जांच कर रही है.