मैनपुरी : परिषदीय विद्यालयों में अधिकतर बच्चे गरीब और मजदूरी करने वालों के होते हैं। इन बच्चों के अभिभावक अपनी रोजी-रोटी की तलाश में लगे रहते हैं और अपने बच्चों का जन्मदिन तक नहीं मना पाते। इसी को ध्यान में रखते हुए बच्चों का विद्यालय में सम्मान हेतु पूर्व माध्यमिक विद्यालय ब्योंति कटरा ब्लॉक जागीर के, प्रधानाध्यापक अवधेश शाक्य ने विद्यालय में हर साल अक्टूबर माह में जन्मे बच्चों का जन्मदिन मनाते हैं। बीते दो साल से यह आयोजन विद्यालय में मनाया जा रहा है और इसी कड़ी में इस साल भी यह आयोजन धूमधाम से मनाया गया । इस माह जन्मे 18 बच्चों का जन्मदिन मनाया गया। इस लिए विद्यालय को गुब्बारों से आकर्षक ढंग से सजाया गया था। यहां स्कूल के सभीअध्यापकों, वरिष्ठ जनों और खंड शिक्षा अधिकारी ब्लॉक जागीर कौशल कुमार ने बच्चों सजावटी टोपी पहनाकर उनके हाथों से केक कटवा कर उनका मुंह मीठा कराया और सभी सहपाठियों को केक खिलाया। यहां विद्यालय के अन्य बच्चों ने जन्मदिन मनाने वाले बच्चों को उपहार भी दिए। और इस दौरान एमडीएम में जायकेदार पूड़ी-सब्जी सभी बच्चों को खिलाई गई। यहां खंड शिक्षा अधिकारी ब्लॉक जागीर कौशल कुमार ने कहा कि इस तरह सामूहिक रूप से जन्मदिन मनाने का उद्देश्य बच्चों में एक-दूसरे के प्रति स्नेह संबंधों को प्रगाढ़ करना है। मिलजुल कर कार्य करने व पर्व मनाने से बचपन से ही बच्चों में सहयोग की भावना का विकास होता है। बच्चे हमे मैत्री एवं सद्भाव की प्रेरणा देते हैं। इस तरह के कार्यक्रमों से सभी आदर एवं सम्मान देना सीखते हैं। वहीं आयोजन में डॉक्टर शिवचरन लाल सक्सेना ने कहा की जन्मदिन एक ऐसा विशेष अवसर है जिसका सभी को पूरा वर्ष बेसब्री से इंतजार रहता है। सभी इस दिन को खास ढंग से मनाते हैं। उन्होंने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की । और बच्चों को आकर्षक उपहार दिए ।
इस दौरान आयोजन में पूर्व प्रधानाध्यापक राधेश्याम शाक्य, सुबोध यादव ARP, रामसेवक ARP, डा. शिवचरन सक्सेना, डा. रिषी सक्सेना, विद्याभूषण पाण्डे,सन्तराम प्रजापति, सत्यकिशन प्रजापति,हेमचंद्र पाण्डे, ब्रजेश पाण्डे,मोहरमन यादव ,रविलाल राजपूत,रतनेश शाक्य प्रधान,अरविद शाक्य,राजेश यादव अध्यापक, धनपाल प्रधानाध्यापक, मालती यादव अध्यापक,रमेश यादव अध्यापक,बीरेन्द्र सिंह अध्यापक,अनुज कुमार अध्यापक ,अशोक शाक्य,रामवरन सिंह यादव ,ओमकार सिंह यादव ,ब्रजमोहन यादव,प्रमोद कुमार यादव आदि लोग उपस्थित रहे।