मैनपुरी के कोतवाली क्षेत्र में नेकी कर दरिया में डाल कहावत को चरितार्थ करता हुआ मामला निकलकर सामने आया है। जिसमें पड़ोसी की मजबूरी को देखते हुए पीड़िता ने अपने घर का कमरा उसे उसकी लड़की की शादी करने के लिए दे दिया।
अब लड़की की शादी कैंसल हो गई तो पड़ोसी उसका कमरा खाली नहीं कर रहा। उसे धमका रहा है। पीड़िता ने आरोप लगाए जाते हुए बताया कि जिसकी शिकायत उसने संबंधित कोतवाली पर की लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई वह कमरा खाली कराने के लिए अधिकारियों के लगातार चक्कर लगा रही।
मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के नगला कीरत स्थित काशीराम आवास कॉलोनी से जुड़ा है। जहां की निवासी अनुसूचित जाति की महिला शीला कठेरिया पत्नी नेम सिंह ने बताया कि वह मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करती है। उसे सरकार द्वारा रहने के लिए काशीराम आवास मिला था। जिसमें वह निवास कर रही थी। उसके पड़ोस में रहने वाले जयपाल बाथम, सीता देवी ने लगभग दो माह पूर्व अपनी बेटी की शादी के लिए उसके घर में कुछ दिनों के लिए कमरा मांगा था।
पड़ोसी ने शादी के लिए मांगा कमरा, अब कर लिया कब्जा
उसने लड़की की शादी देखते हुए और मानवता के चलते विश्वास करते हुए कमरा रहने को दे दिया। इसी दौरान जयपाल की पुत्री की शादी कैंसिल हो गई। तो शीला देवी ने अपने पड़ोसी से कमरा खाली करने के लिए कहा लेकिन उसने कमरा खाली नहीं किया अपना कब्जा जमा लिया। अब कई बार शिकायत करने के बाद और खाने के बाद वह उसका कमरा खाली नहीं कर रहा है जिसकी शिकायत वह थाना कोतवाली पुलिस से भी कर चुकी है लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
मुख्यमंत्री से लगाएंगी न्याय की गुहार
पीड़िता का कमरा खाली न होने से पीड़िता बहुत ही परेशान है अपने बच्चों का पालन पोषण करने के लिए इधर-उधर समय कट रही है उसका आरोप है कि पुलिस और प्रशासन भी उसकी कोई मदद नहीं कर रहा है।उसने बताया उसकी अगर यहां कोई सुनवाई नहीं हुई तो इसको लेकर पहले मुख्यमंत्री पोर्टल और उसके बाद मुख्यमंत्री से मिलकर न्याय कि मांग करेंगी।