पीलीभीत में टाइगर रिजर्व में पहले दिन ही तराई के खूबसूरत बाघ का हुआ दीदार, पर्यटकों के सामने टाइगर ने किया रॉयल वॉक

टाइगर रिजर्व का पर्यटन सत्र शुरू होने के पहले ही दिन पीलीभीत शहर के निवासी आकाश भसीन अपने परिवार के साथ टाइगर सफारी पर गए थे. कुछ देर तराई के खूबसूरत जंगलों के नज़ारे लेने के बाद एकाएक सफारी रूट पर एक बाघ आ गया

15 नवम्बर को पीलीभीत टाइगर रिजर्व का पर्यटन सत्र शुरू हो गया है. वहीं पर्यटकों को पहले ही दिन टाइगर सफारी के दौरान बाघ के दीदार हो गए. ऐसे में वाहन में सवार सभी पर्यटक रोमांचित हो उठे. वहीं सफारी करने को लेकर भी पर्यटकों के होड़ देखने को मिल रही है.

दरअसल, उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में स्थित पीलीभीत टाइगर रिजर्व तकरीबन 73000 हेक्टेयर में फैला जंगल है. वहीं यहां की आबोहवा भी वन्य प्राणियों के लिहाज से काफी अधिक अनुकूल है. पीलीभीत वन्यजीव विहार को सन 2014 में टाइगर रिजर्व का दर्जा मिला था. तब से ही यहां के अनुकूल वातावरण और बेहतर मैनेजमेंट के चलते बाघों समेत तमाम वन्यजीवों की संख्या में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोतरी दर्ज की गई है. यही कारण है कि बीते सालों में पीलीभीत टाइगर रिजर्व की लोकप्रियता वन्यजीव प्रेमियों व पर्यटकों में काफी बढ़ी है.

पहले ही दिन हुई शानदार साइटिंग

टाइगर रिजर्व का पर्यटन सत्र शुरू होने के पहले ही दिन पीलीभीत शहर के निवासी आकाश भसीन अपने परिवार के साथ टाइगर सफारी पर गए थे. कुछ देर तराई के खूबसूरत जंगलों के नज़ारे लेने के बाद एकाएक सफारी रूट पर एक बाघ आ गया. इस टाइगर ने तकरीबन 500 मीटर तक गाड़ी के सामने पर्यटकों को अपनी रॉयल वॉक दिखाई. इस ख़ूबसूरत नज़ारे को देखकर सफारी वाहन में मौजूद सभी पर्यटक रोमांचित हो उठे.

300 से अधिक ने की पहले दिन

सफारी पीलीभीत टाइगर रिज़र्व की लोकप्रियता बीते कुछ सालों में इतनी अधिक बढ़ी है कि देश के साथ ही साथ दुनिया भर के तमाम वन्यजीव प्रेमी यहाँ का रुख़ कर रहे हैं. पर्यटन सत्र 2023-24 के उद्घाटन समारोह के बाद पहले दिन ही 300 से भी अधिक पर्यटकों ने टाइगर सफारी का लुत्फ उठाया. वहीं इन पर्यटकों में कई विदेशी पर्यटक भी शामिल थे.