फर्रुखाबाद:(द दस्तक 24 न्यूज़)16 जून 2025 जनपद में खाद्यान्न वितरण व्यवस्था की ऑनलाइन समीक्षा के दौरान वितरण प्रतिशत में गिरावट पाए जाने पर अधिकारियों ने सख्त रुख अपनाते हुए सिगंतुईया गांव के कोटेदार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एसडीएम सदर के निर्देश पर कोटेदार की दुकान व गोदाम पर छापेमारी की गई, जिसमें भारी मात्रा में खाद्यान्न का स्टॉक गायब पाया गया।
मामला मोहम्मदाबाद ब्लॉक के ग्राम पंचायत सिगंतुईया के कोटेदार आशीष यादव से जुड़ा है। ऑनलाइन वितरण समीक्षा में इनके द्वारा वितरण प्रतिशत काफी कम पाया गया। इस पर एसडीएम सदर के निर्देशानुसार नायब तहसीलदार सदर, पूर्ति निरीक्षक नेहा गुप्ता और पूर्ति निरीक्षक अभिषेक मिश्र ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। जांच के दौरान गोदाम से गेहूं 61.90 क्विंटल, चावल 63.10 क्विंटल और चीनी 30 किलो मौके से गायब मिली।
जिलाधिकारी के अनुमोदन के बाद कोटेदार के खिलाफ मेरापुर थाने में खाद्यान्न की कालाबाजारी के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस जांच में तेजी लाई गई है।
इस बीच खाद्य आयुक्त द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत जिले में प्रतिदिन पांच कोटेदारों की दुकानों के निरीक्षण का आदेश है। इसी क्रम में पूर्ति विभाग की टीम गांव-गांव जाकर निरीक्षण अभियान चला रही है। निरीक्षण के दौरान ही यह बड़ा मामला सामने आया।
सूत्रों के अनुसार कायमगंज, नवाबगंज और शमशाबाद क्षेत्रों में भी कई कोटेदार वितरण में पिछड़े पाए गए हैं। विभागीय आंकड़े बताते हैं कि कम वितरण की बड़ी वजह कोटेदारों के गोदामों में खाद्यान्न का स्टॉक न होना है। यह दर्शाता है कि वितरण प्रणाली पर अधिकारियों की प्रभावी निगरानी न होने के कारण गड़बड़ियों को बढ़ावा मिला है।
प्रशासन की इस कार्रवाई से अन्य कोटेदारों में हड़कंप मच गया है, और माना जा रहा है कि आगे और भी नाम सामने आ सकते हैं। शासन स्तर पर भी इस मामले की रिपोर्ट भेजी जा रही है।