फर्रुखाबाद:विकास भवन में सीडीओ की अध्यक्षता में किसान दिवस का हुआ आयोजन दी गई महत्वपूर्ण जानकारी।

फर्रुखाबाद,(द दस्तक 24 न्यूज़) 19 फरवरी 2025 दिन बुधवार को विकास भवन के सभागार में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन किया गया। 

           बी०के०सिंह उप कृषि निदेशक/ जिला कृषि अधिकारी द्वारा किसानों को बसन्त ऋतु की शुभकामनायें देतें हुये बताया कि जनपद में जायद मक्का की खेती बहुतायत क्षेत्रफल में की जाती है। इसके लिये कृषक भाई अच्छी किस्मो का चयन करें। जायद मक्का बुआई का सही समय 15 फरवरी से 15 मार्च का है। कृषक बन्धु बीज को उपचारित कर ही बुआई करें। जनपद में अधिकाशं कृषक डिकाल्ब 9108 प्लस एवं 9208 किस्मों की मक्का बुआई करते है। कृषक भाई बीज के लिये जल्दबाजी न करें, राजकीय कृषि बीज भण्डारो पर अनुदान पर मक्का का बीज शासन द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा, वर्तमान में रा०कृ०बी०भण्डारो पर उर्द एवं मूंग का बीज उपलब्ध है जिसे कृषक भाई 50% अनुदान पर खरीद सकते है। जैविक खेती के बढावा हेतु एवं उससे होने वाले लाभो से अवगत कराया गया कि जैविक उत्पाद बिक्री हेतु सातनपुर मण्डी परिसर में व्यवस्था की गयी है।

       डा० बी०के० सिंह अध्यक्ष कृषि विज्ञान केन्द्र जाजपुर बंजारा द्वारा कृषकों को किसान दिवस में बताया कि जायद मक्का, उर्द, मूँग, मूँगफली एवं सब्जी वाली फसलो का समय चल रहा है, कृषक भाई जो भी बीजो को बुआई करे उसे ट्राईकोड्रामा, कार्बन्डाजिम आदि से उपचारित कर फसलो की बुआई करें। मक्का में लगने वाली सूडी का नियंत्रण हेतु नीम ऑयल एवं क्लोरोपायरीफॉस का घोल समानुपात में बनाकर छिडकाव करें।

        श्री राघवेन्द्र सिंह, जिला आलू एवं शाकभाजी अधिकारी द्वारा किसान दिवस में कृषको को बताया कि जनपद के सभी कोल्ड स्टोरेज मालिकों के साथ जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में आलू भण्डारण करने हेतु किरायें का निर्धारण रू0 240 प्रति कु० सामान्य आलू भण्डारण एवं 270 रू० प्रति कु० सुगर फ्री आलू भण्डारण का रखा गया है। जिसमे जनपद के सभी शीतगृह मालिकों को निर्देशित किया गया है कि आप शीतगृह के मैन गेट पर 2X4 फीट के बैनर/बॉल पेन्टिंग से रेट को चस्पा करें, यदि कोई शीतगृह मालिक निर्धारित मूल्य से अधिक उगाई करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जायेगी।

          कृषक श्री राममोहन दीक्षित निवासी सिरोली विकास खण्ड मोहम्मदाबाद द्वारा किसान दिवस में बताया कि जनपद में अभी भी ऊसर युक्त भूमि का क्षेत्रफल अधिक है ऊसर भूमि के सुधार हेतु कार्य योजना बनाये जाने हेतु आग्रह किया जिससे कृषक भूमि से अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकें। जिस पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि ऊसर भूमि पर विकल्प पर ड्रैगन फ्रूट की खेती कर अच्छा उत्पादन एवं आमदनी अर्जित की जा सकती है। भूमि के सुधार हेतु उच्चाधिकारियों से वार्ता कर जल्द ही इस पर कार्य योजना तैयार की जायेगी। इसके साथ कृषक बन्धुओ से जैविक खेती करने हेतु कहा गया जिससे कृषक अधिक मुनाफा प्राप्त कर सकते है।

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