जनपद में 26 जनवरी 2025 को 76 वां गणतंत्र दिवस परम्परागत ढंग से धूमधाम के साथ मनाया गया। सभी सरकारी भवनों तथा विद्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया एवं संविधान में उल्लिखित संकल्प को स्मरण कराकर राष्ट्रगान का गायन तथा देषभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी मेधा रूपम द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में प्रातः राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया, ध्वज को सलामी देकर संविधान में उल्लिखित संकल्प को पढ़ कर दोहराया गया एवं राष्ट्रगान का गायन हुआ। जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित गोष्ठी में जनपदवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें देते हुये कहा कि आज हम अपना 76वां गणवतंत्र दिवस मना रहे हैं। हम सब अपने कर्तव्यों का निष्ठा के साथ पालन करें। वीर शहीदों के अनगिनत वलिदानों के बाद देश स्वतंत्र हुआ और इस दिन भारत का अपना संविधान लागू हुआ। गणतंत्र दिवस के महत्व को समझें और अपने अधिकारों का लोगों के कल्याण के लिये इस्तेमाल करें।
जिलाधिकारी द्वारा इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को कम्बल एवं सॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान अपर जिलाधिकारी राकेश कुमार पटेल, एसडीएम तथा कलेक्ट्रेट स्थित समस्त विभागों व अनुभागों के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।
मुख्य विकास अधिकारी सचिन द्वारा गणतंत्र दिवस के अवसर पर विकास भवन परिसर में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया। सभागार में आयोजित गोष्ठी में मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि यह हमारा राष्ट्रीय पर्व है जो देश को स्वतंत्र कराने में अपनी जान न्यौछावर करने वाले वीर शहीदों के वलिदानों की याद दिलाता है 1930 में पूर्ण स्वराज की घोषणा के उपलक्ष्य में 26 जनवरी का दिन चुना गया। गणतंत्र दिवस राष्ट्रीय गौरव का क्षण है, जो भारत की एकता और लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रतीक है। ऐसे में 26 जनवरी को ही गणतंत्र दिवस मनाया जाता है। जिला विकास अधिकारी विपिन ने इतिहास के बारे में बताया कि साल 1947 में 27 अक्टूबर को 299 सदस्यीय संविधान सभा ने भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करना शुरू किया था, जिसे अंततः 26 नवंबर 1949 को अपनाया गया था।इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी, डीपीआरओ, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी सहित विकास भवन स्थित समस्त विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। जिले के समस्त विद्यालयों व शिक्षण संस्थाआंे में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया तथा राष्ट्रगान जन-गण-मन का गायन हुआ। देशभक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रमों का आयोजन किया गया तथा देशभक्तों के जीवन के प्रेरक प्रसंगों को दोहराया जायेगा।