जलालाबाद क्षेत्र में स्थित ग्राम मतौली में धर्मेन्द्र मिश्रा और शीलू मिश्रा के यहां चल रही श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा के आज विश्राम दिवस की कथा में सुदामा की दीन दशा और कृष्ण सुदामा की अनुपम मित्रता तथा सुदामा की कृष्ण के प्रति भक्ति का मार्मिक चित्रण किया गया। कथा चित्रण में व्यास जी ने बताया कि अपनी दीन दशा और निर्धनता से परेशान होकर उनसे उनकी पत्नी सुशीला ने बड़ी मशक्कत के बाद सुदामा जी को कृष्ण जी के पास जाने के लिए मनाया। द्वारिका पुरी जाते हुऐ उनकी अपने बचपन के मित्र कृष्ण से मिलने के लिए इतने उत्साहित थे कि नंगे पांव जाने लगे। सुदामा के पैरों में छाले पड़ गए लेकिन मार्ग की कठिनाइयां सुदामा जी के उत्साह को कम नहीं कर सकी। द्वारिकापुरी पहुंच कर भगवान कृष्ण और उनके परम् मित्र सुदामा के मिलन की कथा को सुनकर जनमानस भाव विभोर हो गए।
कन्नौज से संवाददाता पूनम शर्मा