नाबालिक किशोरी दुष्कर्म कांड में आरोपी नबाब सिंह यादव, घटना के सह आरोपी नीलू यादव और पीड़ित किशोरी बुआ पर पुलिस गैंगस्टर की कार्यवाही कर चुकी है। विगत दिन गैंगस्टर की कार्यवाही के बाद कन्नौज कांड सहित दो अन्य मुकदमों में नीलू यादव की न्यायालय से जमानत याचिका मंजूर हो चुकी है। इससे पहले कि कन्नौज कांड में सह आरोपी नीलू यादव पर गैंगस्टर की कार्यवाही के बाद पुलिस अपनी रिमांड में लेती, उससे पहले ही नीलू न्यायालय से एक मुकदमें में जमानत के बाद जेल से बाहर आकर गायब हो गये, जबकि पुलिस को इसकी भनक नहीं लग सकी। आखिर पुलिस ने नीलू की तलाश के लिये एक बार फिर सघन तलाश शुरू कर दी। सोमवार को एक बार फिर माया मोड़ आ गया। जब कन्नौज बार एसोसिएशन का एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी सुभ्रांत कुमार शुक्ला से मिलने पहुंचा। इस दौरान अधिवक्ताओं ने डीएम को ज्ञापन देते हुये पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किये। अधिवक्ताओं का कहना था, कि,नबाब सिंह यादव और नीलू यादव वकील भी हैं। नीलू यादव को न्यायालय से जमानत मिलने के बाद वह जेल से बाहर आ चुके हैं। इस बीच पुलिस ने नीलू पर गैंगस्टर की कार्यवाही की है, और उनकी तलाश के लिये दबिश भी दे रही है। अधिवक्ताओं का कहना था कि,पुलिस अपना काम करे, लेकिन अनर्गल तरीके से नीलू और नबाब के परिजनों, नबाब सिंह के नाबालिक पुत्र, करीबियों को उठाना गलत है। पुलिस ने जिन लोगों को पकड़ा है, उन लोगों को कहां रखा गया है, यह किसी को जानकारी नहीं है। वकीलों का यह भी कहना था, कि नबाब के गांव अडंगापुर में पुलिस ने परिवार के सदस्यों के साथ भी मानवीय व्यवहार नहीं किया है। पुलिस की कार्यशैली ठीक नहीं है, इस बात का मुद्दा उठाते हुये कन्नौज बार एसोसिएशन के सदस्यों ने ज्ञापन देते हुये डीएम से मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधि मंडल के वकील राकेश तिवारी, शिवांक वाजपेयी , मोहित यादव, संजय दुबे, ने बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मो. इदरीश खान की अगुआई में डीएम से न्याय पूर्वक पुलिस अपना काम करे, किसी को परेशान ना करे, मांग की गई।
कन्नौज से संवाददाता पूनम शर्मा