जलालाबाद(कन्नौज)- पीएम आवास हो या मुख्यमंत्री आवास हो दोनों को लेकर कही न कही चर्चा बनी रहती है।कही पर दबाब से आवास आवंटित किये जाते है तो कही पर पैसे लेकर और कही जनप्रतिनिधि व सचिव की मर्जी के अनुसार अपात्र ब्यक्तियो को आवास का आवंटन कर दिया जाता है ।अधिकारियो की सांठ गाँठ से पात्र व अपात्र ब्यक्तियो से बसूली भी कर ली जाती है। लेकिन मामला इससे कुछ अलग ही है जिसमे कस्वा निवासी सचिन पाठक ने खंड विकास अधिकारी सोनिया श्रीवास्तव से लिखित रूप से शिकायत दी है कि पात्र ब्यक्तियो को आवास का लाभ नहीं मिल पा रहा है और अपात्र ब्यक्तियो को आवास आवंटित किये जा रहे है ।उन्होंने शिकायती पत्र में लिखा है कि कस्वा के ही निवासी राजीव पाठक पुत्र श्याम प्रकाश पाठक को आवास आवंटित किया गया है जो कि पात्र नहीं है और वह स्वयं अपने माता पिता के साथ निजी पक्के मकान में रहते है राजीव पाठक स्वयं अविवाहित है जो कि शतप्रतिशत अपात्र की श्रेणी में है और उन्होंने आरोप लगाया हैं कि अधिकारियों के द्वारा पैसे लेकर आवास का आवंटन किया गया है और तत्कालीन समय में रहे ए डीओ पंचायत और सचिव ने मनमाने तरीके से आवास का आवंटन किया है ।वही दूसरी और रामकिशोर पुत्र अमर सिंह को आवास न मिलने की सूचना दी ।उक्त मामले की जांच कराने की माँग की है । इस सम्बन्ध में वीडीओ सोनिया श्रीवास्तव ने कहा कोई भी जनप्रतिनिधि अपने निजी संबंधियों के लिए आवास लिखकर और उस पर मोहर लगाकर दे दे हम उसे मान लेंगे कि यह सही है इसमें जिम्मेदारी प्रधान व सचिव की है उस ब्यक्ति को आवास आवंटित कर दिया जाएगा। जनप्रतिनिधि इसलिए ही चुने जाते है ।यदि उनके द्वारा ऐसा कार्य किया गया है तो इसकी जाँच करायी जायेगी ।
कन्नौज से संवाददाता पूनम शर्मा