मैनपुरी:(द दस्तक 24 न्यूज़) ग्राम लथोङ्गर में बुद्ध पूर्णिमा के पावन अवसर पर पांच कवियों ने श्री कृष्ण आर्य ,रूपलाल रूप ,हरि गोविंद शाक्य हरि ,डॉक्टर नरेंद्र संगम, दीपमाला शाक्य दीप की पद्य पंचामृत पुस्तक का लोकार्पण तथा विमोचन किया गया। बुद्ध जयंती समारोह में अरुणाचल प्रदेश से आए भंते गणों ने भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना की। राजीव कुमार आयोजन में रूपलाल रूप के संयोजन से कई कवियों तथा विद्वानों ने अपने-अपने विचार तथा कविताएं प्रस्तुत की। कार्यक्रम की शुरुआत कवि हरि गोविंद शाक्य ‘हरि’ की बुद्ध वंदना से हुई– धरती से अंबर तक ढूंढा, नहीं दूसरा नाम है। बुद्ध तथागत तुमको मेरा सौ सौ बार प्रणाम है। मुख्य अतिथि यश भारती प्राप्त डॉक्टर दीन मोहम्मद दीन, श्री रूपलाल रूप, श्री कृष्ण आर्य, हरि गोविंद शाक्य हरि , डॉ नरेंद्र संगम, पुष्पेंद्र पुष्प, डॉक्टर हरिश्चंद्र शाक्य कवियत्री दीप माला शाक्यदीप आदि कई कवियों तथा साहित्यकारों ने अपनी- अपनी कविताएं सुना कर भाव विभोर कर दिया। श्रोतागण तालियां बजाने पर मजबूर हो गए। कार्यक्रम का संचालन जाने माने साहित्यकार डॉक्टर हरिश्चंद्र शाक्य ने किया तथा अध्यक्षता विद्वान कवि श्री कृष्ण आर्य ने की। पुस्तक लोकार्पण के अलावा कार्यक्रम का दूसरा मुख्य आकर्षण सम्मान समारोह भी था जिसमें डॉक्टर नरेंद्र संगम ने अपनी स्वर्गीय पुत्री की यादगार में प्रतीक्षा संगम आजीवन उपलब्धि सम्मान डॉक्टर दीन मोहम्मद दीन तथा डॉक्टर हरिश्चंद्र शाक्य को प्रदान किया इससे पहले वह यह पुरस्कार ग्राम झसी में आयोजित एक कार्यक्रम में कवि एवं पर्यावरण प्रहरी हरि गोविंद शाक्य हरि एवं श्री कृष्ण आर्य को प्रदान कर चुके हैं। कार्यक्रम में मुख्य रूप से भूप सिंह ,हुकुम सिंह, महाराज सिंह, असिन, पुष्पेंद्र आदि भारी संख्या में लोग मौजूद रहे कार्यक्रम के मध्य में खीर का प्रसाद वितरित किया गया। अंत में कार्यक्रम के आयोजक राजीव जी ने सभी का आभार व्यक्त किया। भंते जी ने सभी कवियों तथा साहित्यकारों को अंग वस्त्र पहना कर सम्मानित किया।