पाकिस्तान के ग्वादर में गुरुवार सुबह एक अज्ञात हमलावर ने 7 लोगों की गोली मार कर हत्या कर दी। हमले के वक्त मृतक सो रहे थे। गोलीबारी में एक व्यक्ति घायल भी हुआ है। मृतक पाकिस्तान के पंजाब के रहने वाले थे । ये ग्वादर पोर्ट के पास नाई की दुकान पर काम करते थे।
पाकिस्तान के प्रधानंमत्री शहबाज शरीफ ने भी घटना की निंदा की है। उन्होंने घटना को देश के दुश्मनों की कायराना हरकत करार दिया है। शरीफ ने कहा कि, “हम आतंकवाद को जड़ से मिटाकर रहेंगे।”
ग्वादर स्टेशन के SHO मोहसिन अली ने कहा है कि 9 मई की सुबह हमलावर मृतकों के घर में घुसा और ताबड़तोड़ गोलीबारी शुरू कर दी। उनका घर ग्वादर से 25 किलोमीटर दूर था। अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
ग्वादर बलूचिस्तान प्रांत के दक्षिणी पश्चिमी इलाके में स्थित है। इस शहर के बॉर्डर अफगानिस्तान और ईरान से लगते हैं। इस हमले से पहले भी बलूच लिबरेशन आर्मी इलाके में मजदूरों को इसी तरह निशाना बना चुकी है।
हमले की एक वजह ग्वादर में चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के तहत बना पाकिस्तान का सबसे बड़ा आर्थिक गलियारा है। दरअसल, अलगाववादी लंबे समय से बलूचिस्तान में नेचुरल रिसोर्सेस में अधिक हिस्सेदारी की मांग को लेकर सरकार से लड़ रहे हैं। ऐसे में उनका आरोप है कि चीन की कंपनियां उनके संसाधनों पर कब्जा जमा रही हैं।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री मीर सरफराज बुगती ने हमले की निंदा की है। बुगती ने कहा है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और गोलीबारी में मारे गए लोगों के परिवारों को सहायता दी जाएगी। बुगती ने कहा है कि, “हम आतंकवादियों और उनके मददगारों का पीछा करेंगे। इन्हें पकड़ने के लिए जिन भी चीजों की जरूरत होगी, हम उनका इस्तेमाल करेंगे।”
दूसरी ओर, बलूचिस्तान के गृह मंत्री मीर जिया उल्लाह लंगौ ने कहा कि निर्दोष मजदूरों की हत्या एक कायरतापूर्ण काम है। हम इससे सख्ती से निपटेंगे। मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि मृतकों के परिवारों से संपर्क किया गया है और घटना की जांच की जा रही है।
इस हमले के तीन हफ्ते पहले भी बलूचिस्तान के नुशकी जिले में अज्ञात हमलावरों ने 11 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमलावरों ने 2 अलग -अलग जगहों पर लोगों पर गोलियां चलाई थी। 9 लोगों पर बस में गोलियां चला दी गई थी।
इसके अलावा 20 मार्च को भी ग्वादर पोर्ट अथॉरिटी (GPA) कॉलोनी में कुछ हमलावर बंदूकों के साथ घुस गए थे। मौके पर मौजूद लोगों ने कहा था कि उन्होंने पाकिस्तान के चुनाव आयोग, कार्यालय और अन्य सरकारी कार्यालयों वाले परिसर में गोलीबारी के बाद कई विस्फोट सुने थे। हालांकि, इस हमले में किसी की जान नहीं गई। सुरक्षाकर्मियों ने हमलावरों को मार गिराया था।