ओलावृष्टि से अकेले पूरनपुर तहसील क्षेत्र में ही गेहूं की फसल को करीब 20 प्रतिशत नुकसान होने की आशंका है। अमरिया बिलसंडा बीसलपुर और मरौरी विकासखंड के गांवों में भी अनेक किसानों की गेहूं फसल खेतों में गिर गई थी। इस कारण गेहूं की पैदावार प्रभावित होने की आशंका है। विगत शनिवार और फिर रविवार को रुक रुक कर कर बरसात होती रही थी।
तराई के जिले में दो दिन में 20 मिलीमीटर वर्षा हो गई। साथ ही पूरनपुर व बिलसंडा में इस दौरान ओलावृष्टि भी हुई। इससे गेहूं व लाही-सरसों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा। जिला कृषि अधिकारी ने विभागीय कर्मियों से सर्वे करके फसलों के नुकसान के बारे में रिपोर्ट मांगी है।
ओलावृष्टि से अकेले पूरनपुर तहसील क्षेत्र में ही गेहूं की फसल को करीब 20 प्रतिशत नुकसान होने की आशंका है। अमरिया, बिलसंडा, बीसलपुर और मरौरी विकासखंड के गांवों में भी अनेक किसानों की गेहूं फसल खेतों में गिर गई थी। इस कारण गेहूं की पैदावार प्रभावित होने की आशंका है। विगत शनिवार और फिर रविवार को रुक रुक कर कर बरसात होती रही थी।
रविवार को बरसात के साथ ही पूरनपुर व बिलसंडा क्षेत्र मे ओलावृष्टि भी हो गई। किसानों का कहना है कि जो फसल खेतों में गिर गई है, उसकी बालियों में दाना काला पड़ जाने की आशंका है। उधर, जिला कृषि अधिकारी डा. विनोद कुमार यादव ने बताया कि विभागीय कर्मियों से सर्वे करके फसलों को हुए नुकसान के बारे में रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
जिले में इतने किसानों ने कराया है फसल बीमा
डा. विनोद कुमार यादव ने बताया कि जिले में कुल 12 हजार 857 किसानों ने गेहूं की फसल की बीमा करा रखा है। इनमें से 120 किसान बीमा कंपनी को सूचना देकर फसल खराब हो जाने की शिकायत दर्ज करा चुके हैं। नियमानुसार फसल खराब होने के 72 घंटे के अंदर संबंधित बीमा कंपनी इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस को सूचना देना अनिवार्य है। प्रभावित किसान टोल फ्री नंबर 14447 पर भी इसकी सूचना दे सकते हैं। बीमा कंपनी सर्वे कराने के बाद मुआवजा देगी।
पूरनपुर के किसान बेहाल – रविवार को दिन में ओलावृष्टि और रात में तेज बरसात से गेहूं के निचले खेत पानी से भर गया। जिन खेतों में गेहूं गिरा है उनमें पानी भरने से बेहद नुकसान होगा। ओलावृष्टि से गेहूं की बाली हल्की टूट गई है। अधिकांश खेतों में गेहूं गिरा है। इससे 20 से 25 प्रतिशत तक उत्पादन प्रभावित होने की आशंका है। घुंघचाई क्षेत्र के कई गांवों में ओलावृष्टि होने से वहां नुकसान बढ़ने का अनुमान है।
खेतों में बिछ गया गेहूं – चटाई की तरह खेतों में गिरा गेहूं देखकर किसान परेशान हैं। कुर्रैयाकलां, जोगराजपुर, अमरैयाकलां, कसगंजा, गुलड़िया भूपसिंह, सबलपुर सहित कई अन्य क्षेत्र में ओलावृष्टि से किसानों को गेहूं के अलावा सरसों और सब्जियों की फसल को नुकसान हुआ है। घुंघचाई।
इन गांवों में हुई ओलावृष्टि – क्षेत्र के गांव अजीतपुर बिल्हा, जितौरिया टांडा, सिमरिया, चंदोखा, गोपालपुर, घाटमपुर, दंदौल कालोनी में जमकर ओलावृष्टि हुई। इससे गेहूं, सरसो और सब्जी की फसल को नुकसान हुआ है। जिन क्षेत्रों में अधिक ओलावृष्टि हुई वहां फसलें 30 फीसदी तक प्रभावित होने का अनुमान है। किसान खेतों में चटाई की तरह पड़ा गेहूं देखकर परेशान हैं।