पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर ने कहा है कि एक पाकिस्तानी की जिंदगी पूरे अफगानिस्तान से ज्यादा कीमती है। दरअसल, गुरुवार को फौज के चीफ ने पाकिस्तान की पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर यूनिवर्सिटीज के छात्रों से बात की।
उन्होंने कहा- हमने अफगानिस्तान को 50 सालों तक खाना दिया, लेकिन अगर बात हमारे बच्चों की होगी, तो हम उन पर हमला करने वालों को नहीं छोड़ेंगे। अफगानिस्तान एक ऐसा पड़ोसी है, जिसने कभी दोस्ती नहीं निभाई। वो इकलौता ऐसा देश था, जिसने आजादी के बाद पाकिस्तान की UN में एंट्री का विरोध किया था।
तालिबान सरकार का नाम लिए बिना पाक आर्मी चीफ ने कहा- पाकिस्तान की तरफ मत देखो। हम सब कुछ कुर्बान करने के लिए तैयार हैं। जब बात पाकिस्तानियों की सुरक्षा की होगी तब हम पूरे अफगानिस्तान को तबाह कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) से बात करने से भी इनकार कर दिया।
इसके अलावा बलूचिस्तान में ईरान की एयरस्ट्राइक पर भी फौज के चीफ ने बयान दिया। उन्होने कहा- हमारी पीठ में छुरा नहीं भोंका जा सकता है। एगर ऐसा होगा तो हम करारा जवाब देंगे। कोई भी पाकिस्तान की संप्रुभता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन नहीं कर सकता।
मुनीर ने कहा- क्या भारत, अफगानिस्तान और ईरान के दूसरे पड़ोसी उनसे खुश हैं? नहीं ऐसा नहीं है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पंजगुर पर ईरानी हमले और इस पर पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई से दोनों देशों के बीच संबंधों पर नकारात्मक असर पड़ा है। हालांकि, डिप्लोमैटिक रिश्तों को फिर से शुरू करने के लिए ईरान के विदेश मंत्री अगले हफ्ते पाकिस्तान दौरे पर जाएंगे।
अपने भाषण के दौरान आर्मी चीफ मुनीर ने भारत से रिश्ते सुधारने पर भी बात की। उन्होंने कहा- भारत ने कभी पाकिस्तान के साथ समझौता नहीं किया तो हम भी उनके साथ कोई समझौता नहीं करेंगे।
ईरान के फॉरेन मिनिस्टर अब्दुल्लाहोनिया पाकिस्तान के केयरटेकर प्राइम मिनिस्टर अनवार-उल-हक काकड़ के साथ। यह तस्वीर ईरान की एयरस्ट्राइक से ठीक एक दिन पहले की है, जब दोनों नेताओं ने दावोस समिट के बैनर तले मुलाकात की थी।
ईरान ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी संगठन के ठिकानों पर हमला किया
16 जनवरी की रात पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ईरान ने मिसाइल और ड्रोन्स से हमला किया था। ईरान ने कहा था कि उसने पाकिस्तान में आतंकी संगठन जैश अल अदल के ठिकानों को निशाना बनाया था। इसके बाद ईरान के विदेश मंत्री अमीर अब्दोल्लाहियन ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी से फोन पर बात की थी।
उन्होंने कहा था- यह हमला सिर्फ आंतकी संगठन पर किया गया था। इस पर जिलानी ने कहा था कि किसी भी देश को इस तरह जोखिम वाले रास्ते पर नहीं चलना चाहिए। ईरान के हमले पर पाकिस्तान को जवाबी कार्रवाई का पूरा हक है। इसके बाद पाकिस्तान एयरफोर्स ने 24 घंटे के अंदर ईरान पर हवाई हमले किए थे। पाकिस्तान ने ईरान में चलाए ऑपरेशन को ‘मार्ग बार सरमाचर’ नाम दिया था।