मैनपुरी के जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रभारी सचिव/सिविल जज ने शनिवार को पीएलवी (पैरालीगल वालंटियर) के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि बेटी की शिक्षा के साथ सुरक्षा भी जरूरी है। बेटियों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना चाहिए। बेटियों के जागरूक होने से उन पर होने वाले अत्याचार कम हो सकते हैं।
बैठक में प्राधिकरण के प्रभारी सचिव ने कहा कि बेटियों की सुरक्षा और शिक्षा के लिए जागरुकता अभियान चलाया जाए। सरकार बेटियों के प्रति बेहद संवेदनशील है। न्यायपालिका भी बेटी संबंधी अपराध में कड़ा रुख अपनाती है। बेटियों की सुरक्षा, शिक्षा के लिए तमाम कानून हैं। उनको अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता है। बेटा और बेटी एक समान हैं। उनमें भेदभाव नहीं करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बेटियों के सपनों को पंख मिलने चाहिए। बेटे की चाहत में लोग बेटियों की गर्भ में ही हत्या कर देते हैं। लिंग परीक्षण करना और कराना अपराध हैं। इनमें सजा होती है। पैरालीगल वालंटियर आरती राजपूत, रामरतन शाक्य, ग्रीशा कुमारी, सुमन गुप्ता, सुशील कुमार, संजय कुमार मौजूद रहे।