उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में एक युवक से 30 हजार की रिश्वत मांगने वाले जिला उद्योग केंद्र के बाबू को एंटी करप्शन की टीम ने बुधवार को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। टीम बाबू को दन्नाहार थाने ले गई। टीम की ओर से कार्रवाई के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई।
बेवर थाना क्षेत्र के गांव खांकेताल निवासी प्रवीन शाक्य ने उद्योग संबंधी ऋण के लिए जिला उद्योग प्रोत्साहन तथा उद्यमिता विकास केंद्र में आवेदन किया था। वहां तैनात बाबू धीरेंद्र कुमार ने ऋण पास कराने के लिए उससे 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। इसकी शिकायत प्रवीन ने एंटी करप्शन अगरा की टीम को दी थी। शिकायतकर्ता के साथ मिलकर एंटी करप्शन टीम के प्रभारी निरीक्षक ने योजना बनाई।
बुधवार को प्रवीन जब बाबू को रुपये देने के लिए गया तो साथ गई एंटी करप्शन टीम ने बाबू धीरेंद्र को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। उद्योग केंद्र पर मीडिया के आने की भनक लगते ही टीम बाबू को अपने साथ लेकर दन्नाहार थाना चली गई। वहां बाबू से पूछताछ करने के साथ ही मुकदमा दर्ज कराए जाने को लेकर तहरीर दी गई। समाचार लिखे जाने तक टीम की ओर से कार्रवाई के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी गई थी। वहीं मुकदमा भी दर्ज नहीं हो सका था।
फाइलों की भी कराई प्रतिलिपि
एंटी करप्शन की टीम द्वारा बाबू को गिरफ्तार करने के बाद कार्यालय से कुछ फाइलों की भी प्रतिलिपि कराई गई। इसके लिए उन्होंने उपायुक्त उद्योग उत्कर्ष चंद्र से फोन पर संपर्क किया। वे किसी कार्य से जिलाधिकारी कार्यालय गए हुए थे। उनकी अनुमति के बाद टीम ने एक दर्जन से अधिक फाइलों की प्रतिलिपि कराई, जिन्हें वे साथ ले गए। वहीं कार्यालय में इस कार्रवाई से बाबू भी दहशत में नजर आए। जिले भर में इस कार्रवाई की चर्चा रही। मेरी अनुपस्थित में एंटी करप्शन की टीम कार्यालय पहुंची थी। मिली जानकारी के अनुसार बाबू धीरेंद्र यादव को टीम ने गिरफ्तार किया गया है। इससे ज्यादा जानकारी उन्हें नहीं मिली है।