मैनपुरी की जेल में बंदियों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए शुक्रवार को पांच दिवसीय शिविर लगाया गया। शिविर का उद्घाटन डीएम अविनाश कृष्ण सिंह ने किया। बंदियों का डॉक्टरों की टीम ने स्वास्थ्य परीक्षण किया।
शिविर में डीएम ने कहा कि जेल में बंद होने से किसी के मानवाधिकार समाप्त नहीं हो जाते हैं। शिक्षा और चिकित्सा सुविधा पाने का सभी का अधिकार है। जेल में बंद होने से उनको इस अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता है। जेल में बंद रहने के दौरान बंदी के अभिभावक के रूप में जेल अधिकारियों की जिम्मेदारी होती है। इस जिम्मेदारी से वह बच नहीं सकते हैं।
शिविर में डॉक्टरों की टीम ने बंदियों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया। जेल में 896 बंदी हैं। एसीएमओ डॉक्टर अनिल कुमार वर्मा, डॉक्टर आशुतोष कुमार, डॉक्टर गौरव अग्रवाल, डॉक्टर सतेंद्र सारस्वत, रीनू यादव, अंशू पांडेय की टीम ने परीक्षण किया। बंदियों की एचआईबी जांच भी की गई। जेल अधीक्षक कोमल मंगलानी, जेलर पीके त्रिवेदी, जेल डॉक्टर ज्ञानेंद्र गुप्ता मौजूद रहे।