यातायात को सुगम बनाने और एंबुलेंस और पब्लिक को जाम से छुटकारा दिलाने के लिए अवैध अतिक्रमण कर पार्किंग करने, सड़क घेरने वाले बारातघर कमिश्नर के रडार पर आ गए हैं। शनिवार को कमिश्नर एवं पुलिस महानिरीक्षक के निर्देश पर एडीएम सिटी सौरभ दुबे ने सिटी मजिस्ट्रेट, एसीएम, सीओ के साथ नगर निगम की तीन टीमें बनाईं। दोपहर दो बजे से लेकर शाम छह बजे तक शहर भर में अवैध अतिक्रमण करने वाले बारातघरों के खिलाफ कार्रवाई की गई। तीनों संयुक्त टीमों ने पीलीभीत रोड, बदायूं रोड और रामपुर रोड के बीस बारातघरों का जायजा लिया। नौ बारातघरों के सामने शादी के द्वारचार के लिए अवैध गेट सजाकर खड़े किए गए थे। प्रशासनिक टीम ने उन सभी अवैध अस्थायी अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया गया। 11 बारातघर संचालकों को 24 घंटे में अस्थायी अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए हैं। अतिक्रमण न हटाने वालों पर एफआईआर दर्ज कराने और सीलिंग की कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
बारातघर से सौ मीटर की सर्किल में चढ़ेगी बारात, जगह चिन्हित
वैवाहिक आयोजनों के दौरान अवैध पार्किंग, मैरिज होम के बाहर बनाए जा रहे प्रवेश द्वार जो अतिक्रमण की वजह बने हैं। लोग घंटों जाम में फंस जाते हैं। सिटी मजिस्ट्रेट रेनू सिंह और सीओ श्वेता यादव के नेतृत्व में सिविल लाइंस एरिया में नगर निगम की टीम ने अतिक्रमण हटवाया, जबकि अपर नगर मजिस्ट्रेट, सीओ तृतीय की अगुवाई में सेटेलाइट से पीलीभीत रोड तक और तीसरा अपर नगर मजिस्ट्रेट और सीओ द्वितीय की अगुवाई में बदायूं रोड से सुभाषनगर तक टीम बारातघरों के बाहर अतिक्रमण को हटाने के लिए अभियान की शुरूआत कर दी गई है। सभी बारातघर संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने बारातघर से 100 मीटर की दूरी चिन्हित कर लें। बारात चढ़ने के दौरान वहीं से जाकर वापस घूमकर आएगी। इसके अलावा बारात घर संचालक तीन से चार कर्मचारियों के नंबर प्रशासन और पुलिस से साझा करेंगे। वह कर्मचारी सुनिश्चत कराएंगे कि बारातघर से बारात 100 मीटर की दूरी पर जाकर 30 मिनट में वापस आ जाए।
बारातघरों से वसूलेगा नगर निगम चार्ज, पंजीकरण शुरू
नगर निगम में बिना पंजीकरण शुल्क जमा किए संचालित बारातघरों पर एक्शन लिया जा रहा है। कमिश्नर ने बताया कि बारातघर संचालक अपने यहां पार्किंग की व्यवस्था करें। इसके अलावा कैंपस में ही बारात के द्वारचार और खानपान सीमित करें। सड़क पर बारात के निकलने की वजह से आने जाने वाले लोगों को काफी असुविधा होती है। उनका कहना है कि बारातघरों का पंजीकरण कराया जा रहा है। उन्हें हिदायत दी जा रही है कि बारातघरों के बाहर न तो सरकारी संपत्ति पर पार्किंग बनाएंगे और न अतिक्रमण होगा। ऐसा करने पर उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। बरेली में करीब 72 रजिस्टर्ड बारातघर संचालक हैं। सभी को निर्देश जारी किए गए हैं। बरातघरों और होटलों के अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
रिपोर्टर परशुराम वर्मा