मैनपुरी में अखिलेश यादव बोले- घोर जातिवादी पार्टी भाजपा, देवरिया कांड में भी लेना चाहती लाभ

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में सोमवार को पहुंचे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया। इस पर उन्होंने भाजपा सरकार को घेरा। कहा कि भाजपा सबसे घोर जातिवादी पार्टी है। देवरिया की घटना में भी भाजपा जातिगत लाभ लेना चाहती है। कहा कि बिहार में जातीय सर्वे का काम पूरा हो गया है। अब देशभर में जातीय सर्वे होना चाहिए। कहा कि भाजपा में शामिल पीडीए के लोग भी जातिगत गणना के पक्ष में हैं।

बीती 28 सितंबर को गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान बरनाहल के डालूपुर गांव के तीन लोगों की मौत हो गई थी। सपा मुखिया शोक संतृप्त परिजन से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने मृतक विजेंद्र कुमार, अतुल कुमार और आर्यन को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ ही उनके परिजन से मुलाकात की। उन्हें पार्टी की ओर से एक-एक लाख रुपये का चेक देकर आर्थिक मदद भी की।

उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग का जब मार्कंडेय कुंड में काम चल रहा था तो बोर्ड क्यों नहीं लगाया गया। साथ ही भाजपा को धार्मिक आयोजनों की जानकारी होने पर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम न किए जाने पर भी घेरा। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग के काम में ठेकेदार द्वारा गहरे-गहरे गड्ढे खोदे गए थे, लेकिन इसकी जानकारी किसी को नहीं थी।

उन्होंने पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद देने के साथ ही नौकरी देने की सरकार से मांग की। उन्होंने कहा कि सपा विपक्ष में होकर भी पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है। नेताजी का इस क्षेत्र से गहरा जुड़ाव रहा है, यहां की जनता ने नेताजी को बहुत आगे पहुंचाया।

इस दौरान उन्होंने कांशीराम और डॉ. राममनोहर लोहिया को भी याद किया। इस मौके पर जिलाध्यक्ष आलोक शाक्य, पूर्व विधायक सोबरन सिंह, ब्लॉक प्रमुख नीरज यादव, पूर्व एमएलसी अरविंद प्रताप यादव, रामबरन सिंह, शिवकुमार शाक्य, रंजीत शाक्य आदि।

आशू दिवाकर को बचा रहे हैं सीएम और डिप्टी सीएम: अखिलेश
मैनपुरी के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष और भाजपा नेता डॉ. प्रियरंजन आशू दिवाकर पर चकेरी में किसान को आत्महत्या के लिए उकसाने की एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस नेता को भगोड़ा भी घोषित कर चुकी है। जब अखिलेश यादव से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सीएम और डिप्टी सीएम खुद आशू दिवाकर को बचा रहे हैं। ऐसे में उस पर कार्रवाई कौन कर सकता है। उन्होंने कहा कि एक किसान की जमीन हड़प ली गई, इसके लिखित साक्ष्य भी हैं, लेकिन फिर भी पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है।