पीलीभीत में जिले में दर्जनों कॉलेज बिना मान्यता के संचालित हैं। ऐसे कॉलेजों पर कार्रवाई के लिए शासन ने निर्देश दिए थे, लेकिन विभाग की ओर से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई होती नजर नहीं आ रही। हालांकि अधिकारियों का दावा है कि जांच के लिए टीमों का गठन किया गया है। अब तक सिर्फ एक कॉलेज पकड़ में आया है, उसके खिलाफ कार्रवाई की गई है।
जनपद में करीब 189 कॉलेज संचालित हैं। इन कॉलेजों का डाटा तो विभागीय पोर्टल पर फीड है। इसके अलावा भी जिले में कई ऐसे कॉलेज संचालित हैं, जिनकी मान्यता विभाग से नहीं है। बिना मान्यता वाले कॉलेज धड़ल्ले से चल रहे हैं पर अभी तक विभाग उन पर नकेल नहीं कस सका है। शासन ने गैर मान्यता वाले कॉलेजों के प्रति गंभीरता दिखाते हुए विभागीय अफसरों को कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
शासन के निर्देश के बाद विभागीय अफसर सक्रिय तो हुए, लेकिन उनकी सक्रियता सिर्फ टीमों का गठन करने तक ही सीमित रही। शासन के निर्देश के मुताबिक विभाग ने ब्लॉकवार नोडल अफसर नामित किए। इसके बाद अभी तक मात्र एक ही कॉलेज पकड़ में आया है, जबकि अभी भी कई कॉलेज संचालित हैं, जिनकी मान्यता तो दूर वे मानकों को भी पूरा नहीं करते हैं।
पांच या आठ की मान्यता, कक्षाएं हाईस्कूल और इंटर की लग रहींजिले में बिना मान्यता के खेल में संचालक छात्रों का भविष्य भी दांव पर लगा रहे हैं। यहां पर संचालक मान्यता तो कक्षा पांच, आठ तक की ही लेते हैं, लेकिन कक्षाएं हाईस्कूल और इंटर तक की लगाते हैं। जांच की भनक लगने पर अवैध कक्षाओं का संचालन बंद कर दिया जाता है। इसके बाद फिर से संचालन होने लगता है।
गैर मान्यता वाले कॉलेजों की धरपकड़ के लिए ब्लाॅकवार नोडल अफसर नामित किए हैं। अभी तक एक कॉलेज पकड़ में आया है। उस पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। कार्रवाई जारी है, अगर कोई भी बिना मान्यता कॉलेज मिलता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।- गिरजेंद्र कुमार चौधरी, जिला विद्यालय निरीक्षक