पीलीभीत टाइगर रिजर्व से सटे इलाकों में बाघ और तेंदुए के हमले रुक नहीं रहे। बराही रेंज के जंगल से सटे इलाके में रविवार को पिता के साथ गए तीन साल के बेटे पर तेंदुए ने हमला कर दिया। उसकी गर्दन दबोच ली। पिता व अन्य परिजनों के शोर मचाने पर तेंदुए बच्चे को छोड़कर जंगल की तरफ भाग गया।
पीलीभीत के कलीनगर क्षेत्र में बराही रेंज के जंगल से सटे खेत पर परिजनों के साथ गए तीन साल के बच्चे पर तेंदुए ने हमला कर दिया। तेंदुए ने बच्चे की गर्दन दबोच ली और उसे खींचकर ले जाने का प्रयास किया। परिजन के शोर मचाने पर तेंदुआ बच्चे को छोड़ जंगल की ओर निकल गया। तेंदुए के हमले में बच्ची गंभीर घायल हो गया है। उसकी हालत देख बच्चे को प्राथमिक उपचार के बाद पूरनपुर सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। घटना की जानकारी के बाद बराही रेंज की टीम सर्तक हो गई है।
बराही रेंज के साथ से सटा फैजुल्लागंज गांव स्थित है। गांव निवासी अमृत साना रविवार को तीन वर्षीय पुत्र चमन साना और अन्य परिजन के साथ जंगल से दो सौ मीटर दूर स्थित खेत पर गए थे। परिजन हल्दी की फसल की देखरेख करने में जुट गए। मासूम बच्चा भी खेत में ही मौजूद था। दोपहर करीब दो बजे जंगल से निकलकर आया तेंदुआ खेत में छिप गया।
बच्चे की गर्दन पर गहरे घाव
मौका पाकर तेंदुए ने बच्चे पर हमला कर दिया। गर्दन पकड़कर जंगल की ओर ले जाने का प्रयास किया। तेंदुआ देख खेत में मौजूद परिजन शोर मचाते हुए तेंदुए की तरफ भागे। इस पर तेंदुआ बच्चे को छोड़कर जंगल की ओर निकल गया। बच्चे की गर्दन पर गहरे घाव हुए हैं। लहूलुहान अवस्था में परिजन बच्चे को लेकर पहले पूरनपुर सीएचसी पहुंचे।
हालत गंभीर देख प्राथमिक उपचार के बाद बच्चे को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। घटना के बाद ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जुट गई। बराही रेंजर अरुण मोहन श्रीवास्तव भी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। रेंजर ने बताया कि जंगल के नजदीक की घटना है। स्थिति को देख वनकर्मियों को निगरानी के लिए लगाया गया है। उधर, घटना से इलाके में दहशत का माहौल है