मैनपुरी में कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार ने जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण समिति एवं जिला गंगा समिति की बैठक में समीक्षा की। वन क्षेत्र की भूमि बंदोबस्त में अमल दरामद के कार्य में शिथिलता बरतने पर क्षेत्रीय वनाधिकारी करहल, मैनपुरी, किशनी का वेतन रोके जाने के निर्देश दिए। कहा कि संबंधित अधिकारी उप जिलाधिकारियों से समन्वय स्थापित कर वन क्षेत्र की चिह्नित भूमि को प्राथमिकता पर राजस्व अभिलेखों में दर्ज कराएं।
उन्होंने कहा कि कई विभागों द्वारा हरीतिमा एप पर अभी तक जियो टैग नहीं कराया गया है। संबंधित अधिकारी दो दिन में प्रत्येक दशा में रोपित किए गए शत-प्रतिशत पौधों का जियो टैग कराएं। पंचायतीराज, सहकारिता, पुलिस, महिला एवं बाल विकास, पर्यटन, आयुष, नेडा, खादी एवं ग्राम उद्योग, समाज कल्याण, खेलकूद विभाग की ओर से पौधरोपण प्रमाणपत्र भी उपलब्ध नहीं कराया गया है। संबंधित अधिकारी 15 अगस्त को रोपित पौधों का प्रमाणपत्र वन विभाग को उपलब्ध कराएं।
उन्होंने कहा कि अभियान के तहत जिन विभागों की ओर से पौधरोपण किया गया, संबंधित अधिकारी 15 दिन में पौधों का सत्यापन अपने स्तर से कर लें। यदि कोई पौधा मृत हो गया हो तो उसे तत्काल बदलवाएं। 15 अक्तूबर से अंतरविभागीय अधिकारियों से रोपित किए गए पौधों का सत्यापन कराया जाएगा। क्रॉस सत्यापन में कोई पौधा मृत पाया गया तो संबंधित विभाग के अधिकारी की जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई होगी।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. आरसी गुप्ता, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी एसएन मौर्य, उपयुक्त एनआरएलएम शौकत अली, प्रोबेशन अधिकारी राम नारायण, उप जिलाधिकारी अभिषेक कुमार, योगेंद्र कुमार, अवनीश कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुप्रिया गुप्ता, जिला पूर्ति अधिकारी क्यामुद्दीन अंसारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका गुप्ता, जिला विद्यालय निरीक्षक सुधीर कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी प्रदीप टम्टा मौजूद रहे।